लखनऊ, 28 अक्टूबर 2024, सोमवार। यूपी की राजधानी लखनऊ में पुलिस कस्टडी में कारोबारी मोहित पांडेय (30 साल) की मौत का मामला गरमाया हुआ है। इस बीच, सोमवार को मृतक मोहित के परिवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। सीएम योगी ने परिवार से घटना के बारे में जानकारी ली और ढांढस बंधाया। इस दौरान मृतक मोहित पांडेय की पत्नी, बच्चे और उनकी मां मौजूद रही। मुख्यमंत्री ने इस मामले में दोषी पुलिसवालों पर कार्रवाई किए जाने भरोसा भी दिया है। सीएम ने पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये की तत्काल आर्थिक सहायता और एक आवास देने की घोषणा की। वहीं, सरकार की ओर से परिवार को एक घर और बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा की भी व्यवस्था की जाएगी।
मेरा सुहाग उजड़ गया…ये कागज के टुकड़े किस काम के
मृतक मोहित पांडेय की मां को बीकेटी से भाजपा विधायक योगेश शुक्ला ने एक लाख रुपये की मदद दी तो पत्नी सुषमा उन पर बिफर पड़ीं। उन्होंने आक्रोश भरे लहजे में कहा मेरा सुहाग उजड़ गया… अब ये कागज के टुकड़े मेरे किस काम के। सुषमा ने यह कहते हुए विधायक के दिए रुपये मोहित के शव पर रख दिए। विधायक योगेश शुक्ला विरोध-प्रदर्शन के दौरान यहां पहुंचे थे।
घटना पर विपक्षी दलों ने सरकार को घेरा
इस घटना पर विपक्षी दलों ने नाराजगी जताई है। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि पुलिस कस्टडी शब्द को टॉर्चर हाउस में बदल दिया जाना चाहिए। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने राज्य में ऐसा जंगल राज स्थापित कर दिया है जहां पुलिस क्रूरता का पर्याय बन गई है। बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने इस घटना को निंदनीय बताया और कहा कि सरकार को पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए।
घटना पर सख़्त हुए योगी, कहा- दोषी पुलिसकर्मियों को बख्शा नहीं जाएगा
पीड़ित परिवार से मुलाकात के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूरा मामला मेरे संज्ञान में है और जांच के बाद कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा है कि दोषी पुलिसकर्मियों को बख्शा नहीं जाएगा। चिनहट में हिरासत में मौत के मामले पर यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार ने इसे बहुत गंभीरता से लिया है। उच्च स्तरीय जांच चल रही है। आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। जो भी इसमें शामिल होगा, उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है, हम उन्हें न्याय दिलाएंगे।
पुलिस हिरासत में हुई थी मोहित की मौत
बता दें कि चिनहट के जैनाबाद निवासी मोहित पांडेय (30) का स्कूल ड्रेस का व्यापार करता था। कर्मचारी आदेश से शुक्रवार रात लेनदेन को लेकर विवाद हुआ था। इसके बाद पुलिस दोनों पक्षों को चिनहट कोतवाली ले गई। मोहित से मिलने पहुंचे भाई शोभाराम को भी लॉकअप में बंद कर दिया गया था। जहां उसकी मौत हो गई थी। घटना के बाद मृतक मोहित पांडे की मां तगेश्वरी देवी की शिकायत के आधार पर चिनहट इंस्पेक्टर अश्वनी कुमार चतुर्वेदी के साथ ही आदेश, उसके चाचा और अन्य के खिलाफ हत्या का केस दर्ज हुआ है। मोहित के परिवार ने दावा किया कि पुलिस ने आदेश और उसके चाचा और एक राजनीतिक नेता के इशारे पर उसे बेरहमी से पीटा, जिससे उसकी मौत हुई। मां तपेश्वरी व अन्य परिवारीजनों का आरोप है कि एफआईआर दर्ज होने के तुरंत बाद ही इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर देना चाहिए था। हालांकि, रविवार रात सस्पेंड किया गया। आरोप है कि इस दौरान इंस्पेक्टर को साक्ष्यों से छेड़छाड़ करने का पर्याप्त समय चुका था। पूरे मामले की उच्चस्तरीय समिति से जांच की मांग भी उठाई है।