नई दिल्ली, 30 जुलाई 2025: संसद में मंगलवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर तीखी बहस छिड़ी, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ऐलान किया कि पहलगाम में हमला करने वाले आतंकवादियों को सेना ने ढेर कर दिया। इस बीच, समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार पर जमकर निशाना साधा और ‘ऑपरेशन महादेव’ समेत कई मुद्दों पर सवाल खड़े किए।
सेना की बहादुरी की तारीफ, पर सवाल बरकरार
अखिलेश ने कहा, “हमें अपनी फौज पर गर्व है। सेना ने अदम्य साहस और शौर्य दिखाया, इसके लिए मैं उन्हें बधाई देता हूं।” हालांकि, उन्होंने सरकार से पूछा, “ऑपरेशन महादेव कल ही क्यों हुआ? राफेल विमानों की नींबू से पूजा हुई थी, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर में कितने राफेल उड़े? सीजफायर के बाद भी ड्रोन भारत की ओर आ रहे थे। आखिर सीजफायर क्यों किया गया? हमारी सेना तो पीओके भी ले सकती थी।”
पुलवामा की गूंज, खुफिया तंत्र पर सवाल
अखिलेश ने पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने पूछा, “पुलवामा में आरडीएक्स से लदी गाड़ी आज तक क्यों नहीं पकड़ी गई? खुफिया तंत्र बार-बार क्यों नाकाम हो रहा है?” उन्होंने सीजफायर के पीछे के दबाव पर भी सवाल उठाया, “किसके दबाव में सीजफायर का ऐलान हुआ? सरकार बताए कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं।”
चीन और आतंकवाद पर दोहरा खतरा
सपा नेता ने सरकार की विदेश नीति पर भी प्रहार किया। उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर का ढोल पीटना निंदनीय है। सरकार बताए कि पाकिस्तान के पीछे कौन सा देश खड़ा है? चीन से उतना ही खतरा है, जितना आतंकवाद से। सरकार की नीतियां सीमा अतिक्रमण करने वालों के व्यापारिक हितों को बढ़ावा दे रही हैं।”
राजनीतिक लाभ का आरोप
अखिलेश ने सरकार पर जनभावनाओं का फायदा उठाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “सभी राजनीतिक दल आपके साथ थे, फिर भी ऑपरेशन का समय और तरीका सवाल उठाता है। सरकार को जवाब देना चाहिए कि वह आतंकवाद रोकने के लिए क्या कर रही है।” यह बहस संसद में गहमागहमी का माहौल बनाए हुए है, और सरकार पर जवाब देने का दबाव बढ़ रहा है।