मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार और फेरबदल के बाद आज यानी गुरुवार शाम को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई गई। इस बैठक में स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ा फैसला लिया गया। इसके तहत भविष्य में महामारी से निपटने के लिए 23 हजार करोड़ के पैकेज का एलान किया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि इसका उपयोग केंद्र और राज्य सरकारें संयुक्त रूप से करेंगी। इसमें 15 हजार करोड़ रुपये की भागीदारी केंद्र की होगी जबकि 8 हजार करोड़ रुपये राज्य सरकार देगी।
स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने कहा कि हमें सामूहिक रूप से कोरोना के खिलाफ लड़ना है। सीमा अवधि अधिकतम 9 महीने की है। हमें इसे जल्दी पूरा करना होगा। राज्य सरकारों को इसे जल्दी करना होगा। राज्य की हर संभव मदद करना हमारा कर्तव्य है।
कोरोना राहत कोष के तहत 20,000 आईसीयू बेड बनाए जाएंगे
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि 736 जिलों में बाल चिकित्सा देखभाल केंद्र बनाए जाएंगे एवं कोरोना राहत कोष के तहत 20,000 आईसीयू बेड बनाए जाएंगे।
हर जिले में ऑक्सीजन स्टोरेज की व्यवस्था की जाएगी, हर जिले में दवाइयों का बफर स्टॉक होगा
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हर जिले में 10 हजार लीटर ऑक्सीजन स्टोरेज की व्यवस्था की जाएगी। हर जिले में एक करोड़ रुपए की दवाइयों का बफर स्टॉक किया जाएगा। 23,000 करोड़ रुपए के इस पैकेज की सारे प्रावधानों को अगले 9 महीनों में अमल में लाया जाएगा।