वाराणसी, 11 नवंबर 2024, सोमवार। कालाजार की वजह से लखनऊ में मरीज मिलने के बाद वाराणसी का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। यहां दो गांवों में पहले भी मरीज मिल चुके हैं, जिनमें से एक गांव में 12 साल पहले संक्रमित हुए लोगों को फिर से यह बीमारी हो गई है। अब लोगों को इसके कारण और बचाव के बारे में जागरूक किया जाएगा। कालाजार बालू मक्खी की वजह से होता है और ग्रामीण इलाकों में इसका प्रभाव अधिक देखने को मिलता है।
जिला मलेरिया अधिकारी एससी पांडेय के अनुसार, जिले में कालाजार के मामले सामने आने के बाद समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। डब्ल्यूएचओ ने 2025 तक कालाजार उन्मूलन का लक्ष्य निर्धारित किया है। कालाजार के लक्षणों में बार-बार बुखार आना, वजन में कमी, शरीर में पीलापन और शरीर में तेजी से खून की कमी होना शामिल हैं। यह बीमारी एककोशीय परजीवी जीनस लीशमैनियासिस से होती है।