हिज़बुल्ला के साथ चल रहे युद्ध के बीच इजराइल और लेबनान की सेना में अब सीधी भिड़ंत शुरू हो गई है । लेबनान की सेना की तरफ़ से भी अब आईडीएफ पर फायरिंग की जा रही है । ये हमला लेबनान के दो सैनिकों के मारे जाने के बाद किया गया है ।इज़राइल की तरफ़ से की गई फायरिंग की वजह से लेबनान के दो सैनिक शहीद हो गये जिसके बाद दोनों सेनाओं की सीधी भिड़ंत का दावा किया गया है।लेबनानी रेड क्रॉस का कहना है कि इजरायली हमले में दो लेबनानी सैनिक की मौत हो गई तथा चार पैरामेडिक घायल हो गए । ये उस वक्त हुआ जब वहां से घायलों को निकाला जा रहा था । लेबनानी रेड क्रॉस के मुताबिक तैबेह गांव के निकट काफिले को निशाना बनाया गया, जिसमें लेबनानी सैनिक भी थे ।
बता दें ईरान के हमले के बाद इजराइल ने अपने हमले और तेज कर दिये हैं । वो सीरिया और लेबनान में लगातार हमला कर रहा है । लेबनान की राजधानी बेरूत में उसने स्ट्राइक की, जिसमें 46 लोगों की मौत हो गई है. वहीं 85 लोग घायल बताए जा रहे हैं । दूसरी ओर इजराइल ने सीरिया की राजधानी दमिश्क में भी हमला किया है, जिसमें हिजबुल्लाह चीफ नरसल्लाह के दामाद के मारे जाने की खबर है । इस हमले पर इजराइली सेना का कहना है कि दक्षिणी लेबनान के बिंट जेबिल शहर में इमारत पर हमला किया गया जिसमें 15 लोग मारे गए। सेना ने दावा किया कि मारे गए लोग हिजबुल्लाह लड़ाके थे ,जिसमें नस्रुल्लाह का दामाद भी था और इस इमारत का इस्तेमाल हथियार रखने के लिए किया जाता था ।
इन सब के बीच इजराइल-ईरान के बीच वार पलटवार का सिलसिला शुरू होने के साथ ही एक्सपर्ट्स का कहना है कि मिडिल ईस्ट में जंग का काउंटडाउन शुरू हो गया है । दुबई अमीरात ने इजराइल – ईरान समेत जॉर्डन और कतर की सभी फ्लाइट कैंसल कर दी हैं। अमेरिका ,जर्मनी और ब्रिटेन ने ने भी इजराइल और ईरान से अपने नागरिकों को निकालने के लिए चार्टर फ्लाइटें भेज दी हैं ।
इधर ईरान ने गुरुवार को जर्मन और ऑस्ट्रिया के राजदूतों को तलब किया । दरअसल दोनों देशों की सरकारों ने ईरान द्वारा इजराइल पर किए गए हमलों की निंदा की थी और ईरान को फटकार लगाई थी।इस युद्ध संकट की घड़ी में अमेरिका खुल कर इज़राइल के साथ है । ईरान के इजराइल पर अटैक करने के बाद अमेरिका इजराइल का पूरा समर्थन कर रहा है । लेकिन राष्ट्रपति बाइडेन ने ये भी सलाह दी है कि इजराइल को ईरान के परमाणु साइट पर हमला नहीं करना चाहिए।
इन सब के बीच पलटवार के डर से ईरान ने अपने एयर स्पेस को अभी भी बंद कर रखा है । इजरायल पलटवार के लिए मौक़े के इंतज़ार में है। नेतन्याहू ने बदला लेने की कसम खई है। माना जा रहा है कि किसी भी वक्त इजरायल ईरान को धुआं-धुआं कर सकता है।
क्या ईरान की रीढ़ की हड्डी तोड़ेगा इजरायल, करेगा बड़ा अटैक?
जिस तरह से इज़राइल आक्रामक है माना जा रहा है कि ईरान को अब इजरायल नहीं छोड़ने वाला है। ईरान के सामरिक स्थलों पर इजरायल कभी भी हमला कर सकता है। ईरान के परमाणु ठिकानों के साथ ईरान के तेल फैसिलिटी को भी इजराइल निशाना बना सकता है। सूत्रों का कहना है कि इजरायल कोई भी कदम अमेरिका की सलाह के साथ ही उठाएगा।
यहां बताना जरूरी है कि ईरान ने भी इजरायल पर हमला करने से पहले रूस से बात -चीत की थी । इज़राइल की ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद अलर्ट पर है । उल्लेखनीय है कि ईरान मिसाइल से हमला करेगा, इसकी भनक इजरायल को पहले ही लग गई थी। तभी इजराइल में सुरक्षा कैबिनेट की अचानक बैठक बुलाई गई थी।
ग़ौरतलब है कि ईरान के हमले के बाद भी इजरायल का हिजबुल्लाह पर एक्शन थमा नहीं है। लेबनान के बेरूत के दक्षिणी इलाकों में इजरायल लगातार आक्रामक है।