नई दिल्ली, 25 जनवरी 2025, शनिवार। एक हालिया सर्वेक्षण में पाया गया है कि पशुओं के काटने की लगभग तीन चौथाई घटनाओं में कुत्ते शामिल होते हैं। भारत में रेबीज के कारण हर साल लगभग 5,700 लोगों की मौत होने का अनुमान है। यह सर्वेक्षण भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा किया गया था, जिसमें देश के 15 राज्यों के 60 जिलों में 78,800 से अधिक परिवारों के 3,37,808 व्यक्तियों से बातचीत की गई थी।
सर्वेक्षण में पाया गया कि लगभग 76.8 प्रतिशत घटनाओं में कुत्तों ने काटा, और प्रति हजार लोगों में से छह को किसी जानवर ने काटा है। यह अनुमान लगाया गया है कि राष्ट्रीय स्तर पर लगभग 91 लाख लोगों को जानवर काट चुके हैं।
इस सर्वेक्षण के परिणामों से यह समझने में मदद मिल सकती है कि भारत 2030 तक मनुष्यों में कुत्तों से होने वाले रेबीज के मामलों को समाप्त करने के वैश्विक लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है या नहीं।