चंडीगढ़, 10 मई 2025, शनिवार। हरियाणा सरकार ने शहीदों के प्रति सम्मान और आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जो संवेदनशीलता और तत्परता का प्रतीक हैं। हाल ही में, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में शहीदों के आश्रितों के लिए एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की गई। इसमें शहीदों के माता-पिता को 30 लाख रुपये और अग्निवीरों को भी इस योजना में शामिल किया गया है, जो फरवरी 2023 से लागू होगी। यह निर्णय न केवल शहीदों के बलिदान को सम्मान देता है, बल्कि उनके परिवारों को आर्थिक सुरक्षा भी प्रदान करता है।
साथ ही, हरियाणा ने चिकित्सा क्षेत्र में त्वरित कार्रवाई का परिचय दिया है। चंडीगढ़ PGI से डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की एक विशेष टीम जम्मू-कश्मीर के लिए रवाना की गई है, जो वहां आपात स्थिति में चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेगी। पुंछ से एक घायल महिला को तुरंत रेफर किया गया, जो इस त्वरित प्रतिक्रिया का उदाहरण है।
राज्य में आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी रोकने के लिए सिटीजन एडवाइजरी कमेटी का गठन किया गया है, जिसके अध्यक्ष प्रमुख सचिव और तीन वरिष्ठ IAS अधिकारी उपाध्यक्ष होंगे। यह कमेटी आपातकाल में नागरिकों को उचित मार्गदर्शन और संसाधन उपलब्ध कराएगी।
स्वास्थ्य क्षेत्र में भी हरियाणा ने मजबूत तैयारी की है। फरीदाबाद में निजी अस्पतालों में 25% बेड रिजर्व किए गए हैं, कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर 24 घंटे स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। पूरे राज्य में अस्पताल हाई अलर्ट पर हैं, जहां 15,000 बेड रिजर्व किए गए हैं और मेडिकल अधिकारियों को मुख्यालय न छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं।
ये कदम हरियाणा सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं, जो शहीदों के सम्मान, नागरिक कल्याण और आपातकालीन तैयारियों को प्राथमिकता देती है।