हापुड़, 5 जून 2025, गुरुवार: हापुड़ में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना की समीक्षा के लिए बुलाई गई बैठक में उस समय हंगामा मच गया, जब प्रथमा बैंक (यूपी ग्रामीण बैंक) के प्रबंधकों ने दबाव में काम करने से इनकार करते हुए बैठक बीच में छोड़ दी। सीडीओ हिमांशु गौतम ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए डीएम, मंडलायुक्त और शासन को पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है। इस घटना से जिले के बैंकिंग हलकों में खलबली मच गई है।
बैठक में क्या हुआ?
शासन की प्राथमिकता वाली इस योजना के तहत युवाओं को रोजगार के लिए ऋण उपलब्ध कराने का लक्ष्य है, जिसकी निगरानी खुद मुख्यमंत्री कर रहे हैं। पिछले महीने हापुड़ इस योजना में प्रदेश में पहले स्थान पर था, लेकिन अब रैंकिंग गिरकर 20वें स्थान पर पहुंच गई है। इसी कारण सीडीओ ने पिछड़े बैंकों की बैठक बुलाई थी, जिसमें यूनियन, यूको, इंडियन और प्रथमा बैंक के 32 प्रबंधक शामिल हुए। इनमें 16 प्रथमा बैंक के थे।
सीडीओ ने सभी प्रबंधकों को लक्ष्य पूरा होने तक बैठक हॉल में रहने का निर्देश दिया। इस पर प्रथमा बैंक के प्रबंधकों ने विरोध जताया और कहा, “जो करना है कर लो, हम दबाव में काम नहीं करेंगे।” इसके बाद सभी 16 प्रबंधक बैठक छोड़कर चले गए। उन्होंने अन्य बैंकों के प्रबंधकों को भी साथ चलने को कहा, लेकिन वे रुके रहे। इस घटना से विकास भवन में हड़कंप मच गया।
सीडीओ ने की सख्त कार्रवाई
सीडीओ ने इस व्यवहार को शासन की योजना में असहयोग और अनुशासनहीनता मानते हुए डीएम को सूचित किया। साथ ही मंडलायुक्त, प्रमुख सचिव (राजस्व) और प्रथमा बैंक मुख्यालय को पत्र भेजकर घटना की जानकारी दी। सीडीओ हिमांशु गौतम ने कहा कि योजनाओं के लिए बार-बार दबाव बनाना पड़ता है। पहले भी पुलिस की मदद से प्रबंधकों को बैठक में बुलवाया गया था।
बैंकर्स का पक्ष
लीड बैंक मैनेजर राजीव गुप्ता ने कहा कि प्रशासन पात्रों को तलाशने और फाइलें पूरी करने का दबाव डाल रहा है, जो बैंक का काम नहीं है। फाइलों की जांच में समय लगता है, लेकिन प्रशासन जल्दबाजी चाहता है। प्रथमा बैंक के प्रबंधक विजय कुमार ने कहा कि वे आरबीआई की गाइडलाइन के तहत काम करेंगे, न कि प्रशासन के दबाव में। उन्होंने बताया कि फाइलें पोर्टल पर चाहिए, न कि बाहर से लाकर।
हापुड़ की रैंकिंग में गिरावट
योजना के तहत हापुड़ की रैंकिंग गिरने से प्रशासन पर दबाव है। सीडीओ का कहना है कि प्रथमा बैंक का प्रदर्शन सबसे खराब है। इस घटना ने जिले में तनाव बढ़ा दिया है, और अब शासन स्तर पर कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।