हमास इजराइल का जंग कम होने का नाम नहीं ले रहा है। 31 अगस्त को 6 बंधकों ही हत्या के बाद हमास ने इस्राइल को धमकी देते हुए एक ताजा बयान जारी किया है और एक वीडियो भी जारी किया है। जहां एक ओर इस्राइल बंधकों की मौत के बदले की आग में उबल रहा है तो दूसरी ओर हमास ने कहा कि अगर इस्राइली सेना बंधकों को बचाने के लिए पहुंची तो उनकी मौत का जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ इस्राइल होगा। जिन 6 बंधकों की हत्या सुरंग में की गई थी उसकी जिम्मेदारी हमास ने ले ली है। हमास की एजेद्दीन अल कासिम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू उबैदा ने बयान जारी किया है। उसने कहा कि उन्होने अपने लड़ाकों को बंधकों को संभालने के लिए कुछ नए निर्देश जारी किए हैं और अगर इस्राइली सेना बंधकों को बचाने के लिए पहुंची तो उनकी मौत की जिम्मेदारी इस्राइल की ही होगी।
वहीं, बंधकों की मौतों के बाद हो रहे देशव्यापी प्रदर्शनों के बाद नेतन्याहू ने सोमवार को एक मीडिया कांफ्रेंस में कहा कि मैं उन्हें जिंदा वापस न ला पाने के लिए आपसे माफी मांगता हूं, हम डील के करीब थे, लेकिन हम कामयाब नहीं हुए, हमास को इसके लिए बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। इसके जवाब में हमास के वरिष्ठ अधिकारी इज़्ज़त अल-रिश्क ने कहा कि छह बंदियों की मौत इज़राइली हवाई हमलों में हुई है। अल रिश्क ने उन आरोपों को नकार दिया जिसमें कहा गया है कि बंधकों की सुरक्षा में तैनात हमास फाइटर ने इजराइली रेड के बाद बंधकों को मार दिया। जबकि अबू उबैदा के बयान में इन आरोपों को खारिज नहीं किया गया है।
बंदियों की मौत पर इजराइल में विरोध प्रदर्शन जारी है और गुस्साएं प्रदर्शनकारी कह रहे हैं कि अगर नेतन्याहू की सरकार ने हमास के साथ युद्ध विराम पर साइन किए होते तो उन्हें जिंदा वापस लाया जा सकता था। इसके अलावा तेल अवीव की सड़कों पर लोग नेतन्याहू के नाम आगे हथियारा-हथियारा भी चिल्लाते नजर आए।