पुणे, 30 दिसंबर 2024, सोमवार। पुणे में एक विवादित घटना ने राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है। भाजपा की राज्यसभा सांसद मेधा कुलकर्णी ने शहर की एक दीवार को भगवा रंग से रंगकर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। इस दीवार को पहले हरे रंग से रंगा गया था, जिसे कुलकर्णी ने विवादास्पद बताया है। जिस दीवार को बीजेपी सांसद ने रंगा, वह तिलक रोड के पास स्थित है। ये दीवार हरे रंग से रंगी जाने से पहले पीली थी। कथित तौर पर इस जगह फूल और अगरबत्ती रखी गई थी, जिसके बाद कुलकर्णी ने सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि यहां पहले कभी भी फूल और प्रसाद नहीं थे, ये अचानक कैसे आ गए?
हिंदू गौरव की रक्षा के लिए मेधा कुलकर्णी का स्पष्ट संदेश: “हमारी जमीन और संपत्ति” की रक्षा करेंगे!
कुलकर्णी का कहना है कि शहर में दीवारों को जानबूझकर हरा रंग नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा है कि यह रंग विवादास्पद हो सकता है। कुलकर्णी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि उन्होंने दीवार को भगवा रंग से रंगने का फैसला किया है ताकि हिंदू गौरव का प्रतीक बनाया जा सके। भाजपा सांसद मेधा कुलकर्णी ने एक स्पष्ट और दृढ़ संदेश दिया है कि वे हिंदू गौरव की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने हरा रंग हटाकर भगवा रंग का इस्तेमाल किया है, जो हिंदू गौरव का प्रतीक है। यह कदम हिंदुओं को जागृत करने का एक हिस्सा है, और उन्हें इस पर गर्व है। कुलकर्णी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वे ऐसी जगहों को ‘मजार’ बनाने या नमाज शुरू करने के प्रयासों को बर्दाश्त नहीं करेंगी। उन्होंने शहर के अन्य हिस्सों में इसी तरह की गतिविधियों के खिलाफ चेतावनी देते हुए ‘हमारी जमीन और संपत्ति’ की रक्षा करने की अपील की है। यह एक स्पष्ट संदेश है कि वे हिंदू समुदाय की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
शिवसेना नेता का तीखा हमला: मेधा कुलकर्णी को राजनीति छोड़कर धार्मिक कार्यों पर ध्यान देना चाहिए!
हालांकि, इस घटना पर शिवसेना (यूबीटी) नेता सुषमा अंधारे ने तीखी आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि अगर जनप्रतिनिधि ऐसी बचकानी हरकतें करना चाहते हैं तो उन्हें राजनीति छोड़कर धार्मिक कार्यों पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने यह भी पूछा है कि क्या पुणे में भाजपा कार्यकर्ताओं या मेधा कुलकर्णी ने महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों के लिए वही चिंता दिखाई जो उन्होंने दीवार को रंगने के लिए दिखाई थी?