नई दिल्ली, 9 मार्च 2025, रविवार। नई दिल्ली में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में आयोजित एक समारोह में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र एवं गोवा के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के जीवन और योगदान पर आधारित पुस्तक “पर्वत शिरोमणि भगत सिंह कोश्यारी” का विमोचन किया। इस पुस्तक के लेखक मदन मोहन सती हैं, जिन्होंने श्री कोश्यारी के सार्वजनिक जीवन, समाजसेवा, राजनीतिक योगदान और विचारधारा को विस्तार से प्रस्तुत किया है। यह पुस्तक विशेष रूप से उनके संघर्षों, आदर्शों और समाज कल्याण के लिए किए गए कार्यों को रेखांकित करती है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भगत सिंह कोश्यारी के राष्ट्र और समाज के प्रति योगदान की सराहना करते हुए कहा, “भगत सिंह कोश्यारी केवल कुशल राजनीतिज्ञ ही नहीं, बल्कि एक सच्चे समाजसेवी भी हैं, जिन्होंने जनसेवा को अपना जीवनधर्म बनाया है। उनका त्याग, समर्पण और नेतृत्व हमें प्रेरणा देता है।” भगत सिंह कोश्यारी ने अपने संबोधन में अपने जीवन के संघर्षों, विचारधारा और समाजसेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को साझा किया। उन्होंने कहा कि जनसेवा के माध्यम से समाज को सशक्त बनाना ही उनका ध्येय रहा है।
पुस्तक का महत्व
“पर्वत शिरोमणि भगत सिंह कोश्यारी” न केवल राजनीति और समाजसेवा के लिए है, बल्कि उनके जनसेवा के आदर्शों को समझने और आत्मसात करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण दस्तावेज की तरह भी है। इस विमोचन समारोह ने भारतीय राजनीति और समाजसेवा के प्रति प्रतिबद्धता रखने वाले व्यक्तियों को प्रेरित भी करती है।
इस पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में डॉ. सच्चिदानंद जोशी, सदस्य सचिव, आईजीएनसीए; मोहन सिंह बिष्ट, उपाध्यक्ष, दिल्ली विधानसभा; और बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजयेंद्र अजय के साथ प्रो. श्रीनिवास वरखेड़ी, कुलपति, केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय; एवं मीडिया जगत की कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने अपनी उपस्थिति रहे।