वाराणसी, 9 दिसंबर 2024, सोमवार। काशी विश्वनाथ धाम का 13 दिसंबर को 3 साल पूरे हो जाएंगे। इस उपलक्ष्य में बाबा विश्वनाथ संग परिसर में विराजमान सभी विग्रहों का विशेष अभिषेक किया जाएगा। बाबा का भव्य श्रृंगार होगा और वैदिक मंत्रों से पूरा धाम गूंजेगा। इस अवसर पर 12 दिसंबर से रुद्राभिषेक शुरू होगा और 13 दिसंबर को समापन होगा। 24 घंटे का रुद्राभिषेक 21 वैदिक ब्राह्मण करेंगे। सुबह परिसर में विराजमान 105 विग्रहों का विधि-विधान से अभिषेक किया जाएगा।
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि 13 दिसंबर को जयादि यज्ञ होगा। इसके लिए परिसर में 21 वैदिक ब्राह्मण बेदी में यज्ञ करेंगे। सभी वेदों का पाठ होगा। इसके बाद वेद पारायण पाठ भी करेंगे। इसके लिए तैयारी चल रही है। इस अवसर पर सायंकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इसमें तीन कलाकार अभिजीत घोषाल, नीरज और दुर्गा मिश्र कार्यक्रम की प्रस्तुति करेंगे। इसके बाद भक्तों में प्रसाद का वितरण किया जाएगा।
इस साल अब तक 50 से अधिक आयोजन हो चुके हैं। बाबा के गर्भगृह से लेकर ललिताघाट तक सुरक्षा के विशेष इंतजाम रहेंगे। 15 दिन बाद नया साल शुरू हो रहा है। उस दिन भी भक्तों की भारी को देखते हुए इंतजाम में मंदिर प्रशासन जुट गया है। 13 दिसंबर को तो मंदिर में दिव्य उत्सव होगा ही, साथ 1 जनवरी को भी मंदिर को भव्य सजाया जाएगा। चारों गेट से लेकर गर्भगृह को सुगंधित फूल-मालाओं से सजाया जाएगा। रंग-बिरंगी लाइटिंग की जाएगी।
काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण: पीएम मोदी ने किया था उद्घाटन, जानें इसके पीछे की कहानी!
काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण 13 दिसंबर, 2021 को पीएम मोदी ने किया था। इस अवसर पर देश-विदेश के हजारों साधु-संत उपस्थित थे। धाम के निर्माण से बाबा विश्वनाथ के दरबार का विस्तार चौक से लेकर गंगा घाट तक हो गया। इससे दर्शनार्थियों को काफी सहजता मिली। पीएम मोदी ने अपने 46 मिनट के भाषण में काशी और कांजीपुरम का जिक्र किया था। उन्होंने कहा कि काशी में कोई भी बिना महादेव की मर्जी के नहीं आता, जो होता है, वो महादेव की मर्जी से ही होता है।
काशी विश्वनाथ मंदिर का अद्भुत परिवर्तन: 241 साल बाद पीएम मोदी ने कराया धाम का निर्माण!
काशी विश्वनाथ मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है, और इसका पुनर्निर्माण कई बार हुआ है। 1780 में अहिल्याबाई होल्कर ने मंदिर का पुनर्निर्माण कराया था, जो कि एक महत्वपूर्ण घटना थी। इसके 241 साल बाद, पीएम मोदी ने मंदिर विस्तार यानी कि धाम का निर्माण कराया, जो कि एक बड़ा परियोजना थी। काशी विश्वनाथ धाम का शिलान्यास 2019 में पीएम मोदी ने किया था, और इसके 33 महीने बाद मंदिर धाम का निर्माण काम पूरा हुआ। इस दौरान करीब 800 करोड़ रुपए खर्च हुए थे, और पूरा विश्वनाथ धाम करीब 5 लाख 27 हजार वर्ग फीट से ज्यादा क्षेत्रफल में बनाया गया। विश्वनाथ मंदिर का क्षेत्रफल पहले 3,000 वर्ग फीट था, लेकिन अब यह बढ़कर 5 लाख 27 हजार वर्ग फीट से ज्यादा हो गया है। पूरब में ललिता घाट पर गंगा को जोड़ते हुए गंगा द्वार बनाया गया है, जो कि एक सुंदर और ऐतिहासिक स्थल है।