आजमगढ़, 11 मार्च 2025, मंगलवार। आज हरिऔध कला केन्द्र आजमगढ़ में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आंगनवाड़ी केन्द्रों पर संसाधन किट एवं अन्य विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को ऋण/स्वीकृति पत्र वितरण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उन्होंने आंगनवाड़ी केन्द्रों को बेहतर बनाने के लिए बच्चों को हेल्थ किट के उपयोग के बारे में प्रेरित करने पर जोर दिया। उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों से बच्चों को नेल कटर का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करने और साफ-सुथरा रहने के महत्व को समझाने को कहा। इसके अलावा, उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्राइवेट अस्पतालों से हेल्थ किट उपलब्ध कराने के लिए सहयोग करने का आह्वान किया। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को शिक्षा के महत्व के बारे में बताने के लिए कहा, ताकि वे बच्चों को अच्छी शिक्षा के महत्व को समझा सकें।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दहेज प्रथा के खिलाफ आवाज उठाई है। उन्होंने कहा कि दहेज प्रथा के कारण घरों में लड़कियों को मारा-पीटा जाता है और उनका शोषण होता है। उन्होंने सभी से दहेज प्रथा के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया है। इसके अलावा, उन्होंने शिक्षा के महत्व पर जोर दिया और कहा कि भारत तभी विकसित होगा जब हमारा समाज टीबी मुक्त होगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे एक बड़े सभागार में कार्यक्रम आयोजित करें जहां बच्चियों को दहेज प्रथा, महिला उत्पीड़न और अन्य सामाजिक मुद्दों पर खुलकर बोलने का अवसर मिले।
राज्यपाल महोदया ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना के अन्तर्गत लाभार्थियों को बिन ऋण अधिकतम ₹ 5 लाख का ऋण उपलब्ध कराया जाता है। उन्होने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि युवा उद्यमी विकास योजना अन्तर्गत जिन व्यक्तियों को ऋण दिया गया है, उनका फीडबैक अवश्य लें, कि वे उस पैसे का उपयोग कहीं गलत जगह तो नही कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने आयुष्मान कार्ड योजना चलाया है, जिसके अंतर्गत एक वर्ष में रु0 5 लाख तक का निशुल्क इलाज कराया जाता है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयुष्मान कार्ड एक वरदान साबित हुआ है, यदि बच्चे बड़े होकर कहीं दूर चले जाते हैं, तो वे आयुष्मान कार्ड के माध्यम से अपना इलाज निशुल्क कर सकते हैं।