140 करोड़ के दिलों पर राज करता था भारत का ये ‘रतन’….
140 करोड़ से अधिक लोगों के देश में, रतन टाटा ने जिस तरह का मुकाम और सम्मान हासिल किया है, वैसा कुछ ही लोगों को मिल पाया है.
आज वो हमारे बीच नहीं है. उनका निधन ब्रीच कैंडी अस्पताल में हुआ.
रतन टाटा एक कामयाब बिजनेसमैन तो थे ही साथ ही बड़े परोपकारियों में भी उनकी गिनती होती थी
रतन टाटा के निधन पर देश में शोक की लहर, पीएम मोदी ने जताया दुख
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जताया रतन टाटा निधन पर शोक।
खेल जगत की क्रिकेट जगत की सभी हस्तियों का शोक जताने के लिए लगा तांता।
रतन टाटा के निधन से देश भर में फैली शोक की लहर।
अपनी व्यावसायिक प्रतिभा के दम पर दुनिया भर में भारत का झंडा गाड़ने वाले रतन टाटा के निधन से देश में खालीपन पैदा कर दिया।
मशहूर उद्योगपति रतन टाटा का आज मुंबई में निधन हो गया. उन्होंने 86 साल की उम्र में आखिरी सांस ली. वह कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे और उनका मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में इलाज चल रहा था.
टाटा ग्रुप का बयान सामने आया –
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखर ने इस मौके पर बयान जारी किया है. उन्होंने कहा, ‘हम अत्यंत क्षति की भावना के साथ श्री रतन नवल टाटा को अंतिम विदाई दे रहे हैं. एक असाधारण नेता जिनके अतुलनीय योगदान ने न केवल टाटा समूह को आकार दिया बल्कि हमारे राष्ट्र का मूल ताना-बाना भी बुना. टाटा समूह के लिए, श्री टाटा एक चेयरपर्सन से कहीं अधिक थे. मेरे लिए वह एक गुरु थे, मार्गदर्शक और मित्र भी थे.’
उन्होंने कहा, ‘अटूट प्रतिबद्धता के साथ, रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा समूह ने उत्कृष्टता, अखंडता और नवाचार का विस्तार किया. वह हमेशा अपने नैतिक दिशा-निर्देश के प्रति सच्चे रहे। परोपकार और समाज के विकास के प्रति श्री टाटा के समर्पण ने प्रभावित किया है. लाखों लोगों का जीवन, शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य सेवा तक, उनकी पहल ने गहरी जड़ें जमा ली हैं. इससे आने वाली पीढ़ियों को लाभ होगा. पूरे टाटा परिवार की ओर से, मैं उनके प्रियजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. उनकी विरासत हमें प्रेरित करती रहेगी क्योंकि हम उनके सिद्धांतों को कायम रखने का प्रयास करेंगे…