दिल्लीवासियों को चिलचिलाती गर्मी में भी वातानुलित इलेक्ट्रिक बसों में सफर का मौका मिलेगा। मंगलवार को 150 ई बस सेवा की शुरुआत करेंगे। इतने बड़े स्तर पर देश के किसी शहर में एक साथ 150 बसें सड़कों पर उतारी जा रही हैं। पहले चरण में मुंडेला कलां और रोहिणी सेक्टर-37 डिपो से अलग अलग मार्गों पर बसें चलाई जाएंगी। इसके साथ ही राजघाट-2 डिपो सहित ई बसों के लिए तैयार तीन डिपो से बसों के परिचालन की शुरुआत होगी।
11 साल तक दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की बसों में सफर करने वालों के लिए यह बेहद खुशी का मौका होगा। चमचमाती, अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त बसों में यात्रियों को मौजूदा किराये में ही ई बसों में सफर का मौका मिलेगा। बसों का परिचालन शुरू करने से पहले डिपो में चार्जिंग, पार्किंग सहित तमाम बुनियादी सुविधाएं तैयार कर ली गई हैं ताकि परिचालन शुरू होने पर यात्रियों को आवागमन में किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। दिल्ली की सड़कों पर इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू करने के लिए चार्जिंग सुविधा सहित सभी तैयारियां तीनों डिपो में कर ली गई है।
मुंडेला कलां को दिल्ली की पहली पूर्ण इलेक्ट्रिक बस डिपो के तौर पर विकसित किया गया है। यात्रियों की सुविधा के लिए पहले चरण में दिल्ली में 300 लो फ्लोर इलेक्ट्रिक बसें (एसी) परिवहन बेड़े में शामिल की जाएंगी। जनवरी में दिल्ली की पहली इलेक्ट्रिक बस सेवा का मुख्यमंत्री ने शुभारंभ किया था। इसके बाद नजफगढ़ और मोरी गेट के बीच दूसरी इलेक्ट्रिक बस का परिचालन किया जा रहा है। चरणों में दिल्ली की सड़कों पर जेबीएम और टाटा की ई बसें उतारी जाएंगी। ई-44 बस की सर्कुलर बस सेवा के बाद नजफगढ़-मोरी गेट के बीच भी एक बस का परिचालन किया जा रहा है। नई बसें फिलहाल कम दूरी के मार्गों पर चलेंगी और धीरे धीरे सभी रूटों पर ई बसों का परिचालन किया जाएगा।