गाजीपुर, 5 नवंबर 2024, मंगलवार: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एआरटीओ के पद पर रही सौम्या पांडे को भ्रष्टाचार और विभागीय जांच में दोषी पाया गया है, जिसके बाद उन्हें लखनऊ मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है। यह कार्रवाई जिलाधिकारी, एडीएम और एसपी सिटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर की गई है। सौम्या पांडे पर आरोप है कि उन्होंने प्रशासन और परिवर्तन के प्रभाव में आकर मनमानी की थी। उनकी गतिविधियों को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों ने जांच की और उन्हें दोषी पाया। अब उन्हें लखनऊ मुख्यालय से अटैच किया गया है, जिससे उनकी गतिविधियों पर और अधिक निगरानी रखी जा सके।
सौम्या पांडे पर कई गंभीर आरोप
सौम्या पांडे पर गाजीपुर में एआरटीओ पद पर रहते हुए कई गंभीर आरोप लगे थे, जिनमें ट्रकों से अवैध वसूली करना और ड्राइवरों से जबरदस्ती पैसे लेना शामिल है। बिहार के बक्सर निवासी पंकज सिंह और लखनऊ के विपिन बाबू ने इसकी शिकायत मुख्य सचिव से की थी, जिसके बाद शासन के निर्देश पर डीएम ने एडीएम, एसपी सिटी और आरटीओ वाराणसी से पूरे मामले की जांच कराई। जांच में पूरा मामला सही पाया गया, जिसके बाद सौम्या पांडे को लखनऊ मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है। यह कार्रवाई उनकी मनमानी और भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते की गई है। अब उन पर और अधिक निगरानी रखी जा सकेगी।
गाजीपुर में एआरटीओ सौम्या पांडे पर ओवरलोडिंग के नाम पर अवैध वसूली का आरोप
एआरटीओ सौम्या पांडे ने अगस्त महीने में कई ट्रकों के ओवरलोडिंग के मामले में चालान किया, लेकिन इस दौरान उन्होंने अपने ड्राइवर और एक अन्य व्यक्ति के माध्यम से 50,000 रुपये से अधिक की अवैध वसूली की। जब ड्राइवर ने पैसे नहीं दिए, तो एआरटीओ के कहने पर ड्राइवर और उनके सहयोगी ने ट्रक के एक्सेल तक खोलकर आरटीओ कार्यालय में जमा कर दिए। इसके बाद, जब ड्राइवर आरटीओ कार्यालय पहुंचा, तो उन्होंने पाया कि उनके कार्यालय में एक्सेल रखा हुआ था और उस समय पीआरबी 112 के पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। यह मामला सौम्या पांडे की अवैध गतिविधियों को दर्शाता है, जिसके लिए उन पर कार्रवाई की जा रही है।
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह की कर्रवाई: एआरटीओ सौम्या पांडे पर अवैध वसूली का आरोप
उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने हाल ही में बलिया से लखनऊ जाते समय कासिमाबाद के पास ओवरलोड ट्रकों को पकड़ा था। इस मामले में उन्होंने एआरटीओ सौम्या पांडे को फोन कर कार्रवाई करने के लिए बुलाया, लेकिन कई घंटे बीत जाने के बाद भी वह नहीं पहुंचे। इसके बाद परिवहन मंत्री ने बलिया के एआरटीओ को बुलाकर उन ट्रकों पर कार्रवाई कराया था। यह घटना एआरटीओ सौम्या पांडे की लापरवाही और अवैध गतिविधियों को दर्शाती है, जिसके लिए उन पर पहले भी कई आरोप लगे थे। इससे पहले उन पर ओवरलोडिंग के नाम पर अवैध वसूली का आरोप लगा था।
सौम्या पांडे पर अवैध वसूली का बड़ा घोटाला, ड्राइवर और आउटसाइडर भी दोषी
गाजीपुर के एआरटीओ सौम्या पांडे पर अवैध वसूली का बड़ा घोटाला सामने आया है। आरोप है कि सौम्या पांडे ने अपने पर्सनल ड्राइवर सत्येंद्र यादव और आउटसाइडर कन्हैया के माध्यम से ट्रक मालिकों से अवैध वसूली की थी। शिकायतकर्ता पंकज सिंह के अनुसार, 2 फरवरी 2024 को बक्सर से आजमगढ़ जा रहे एक ट्रक को एआरटीओ और चालक ने रोका। सभी कागजात सही पाए जाने के बाद ओवरलोड दिखाकर उसे पुलिस चौकी पर खड़ा कर दिया गया। इसके बाद एआरटीओ के चालक की मांग पर पंकज सिंह ने फोनपे पर ₹50,000 भेजवाया, और इसके बाद 250 रुपए का रसीद काटकर वाहन को छोड़ा गया। इस तरह के दर्जन मामले गाजीपुर के एआरटीओ को लेकर की गई थी, जिसकी शिकायत लगातार शासन से की जा रही थी। सौम्या पांडे पिछले डेढ़ महीने से लगातार मेडिकल लेकर छुट्टी पर भी चल रही हैं।