मिर्ज़ापुर, 26 मार्च 2025, बुधवार: अपराध की दुनिया में एक नया मोड़ तब सामने आया, जब मिर्ज़ापुर पुलिस ने लालगंज क्षेत्र में दो शातिर अंतर्राज्यीय गांजा तस्करों को धर दबोचा। इनके पास से 22 किलो 700 ग्राम अवैध गांजा बरामद हुआ, जिसकी कीमत करीब 8 लाख रुपये आंकी गई है। खास बात यह है कि तस्कर इस मादक पदार्थ को दो स्कूटी की डिग्गी में छुपाकर उड़ीसा से प्रयागराज ले जा रहे थे। लेकिन लालगंज के बस्तरा मोड़ पर पुलिस की सजगता ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।

नई स्कूटी, पुराना धंधा
पुलिस की प्रेस वार्ता में अपर पुलिस अधीक्षक (ऑपरेशन) ओपी सिंह ने बताया कि ये दोनों तस्कर कोई नौसिखिए नहीं थे। इन्होंने तस्करी के लिए खास तौर पर पांच दिन पहले ही दो नई स्कूटी खरीदी थीं, ताकि शक की सुई इनकी ओर न जाए। उड़ीसा के सराय टोली से गांजा खरीदकर ये प्रयागराज के मेजा इलाके में पहुंचाते थे, जहां इसे छोटी-छोटी खेप में बेचा जाता था। लेकिन इस बार पुलिस की चौकसी ने इनके खेल को खत्म कर दिया।
कौन हैं ये तस्कर?
गिरफ्तार तस्करों की पहचान गायत्री प्रसाद उर्फ जय बिंद (38) और उमेश कुमार बिंद (32) के रूप में हुई है। गायत्री मिर्ज़ापुर के विन्ध्याचल थाना क्षेत्र के कलना गांव का रहने वाला है, जबकि उमेश प्रयागराज के मेजा थाना क्षेत्र के धरमपुर का निवासी है। पूछताछ में दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। गायत्री का तो अपराध की दुनिया में पुराना रिकॉर्ड है, उसके खिलाफ मिर्ज़ापुर और प्रयागराज में कई मामले दर्ज हैं।

पुलिस की सख्ती का नतीजा
यह कार्रवाई 25 मार्च 2025 को लालगंज पुलिस टीम ने अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह और क्षेत्राधिकारी लालगंज के नेतृत्व में अंजाम दी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा के निर्देश पर जिले में अपराध और मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ सख्त अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में बस्तरा पांडेय के पास चेकिंग के दौरान दोनों तस्कर पकड़े गए। उनके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया है, वहीं तस्करी में इस्तेमाल दोनों स्कूटी को मोटर वाहन अधिनियम की धारा 207 के तहत सीज कर लिया गया है।
तस्करी का अनोखा तरीका
दोनों तस्करों ने बताया कि वे स्कूटी को अपना हथियार बनाकर गांजा ढोते थे। नई स्कूटी होने की वजह से कोई शक नहीं करता था, और डिग्गी में छुपाया गया गांजा आसानी से नजर नहीं आता था। लेकिन इस बार पुलिस की पैनी नजर ने उनके सारे प्लान को ध्वस्त कर दिया।

अपराध पर नकेल की तैयारी
मिर्ज़ापुर पुलिस की इस बड़ी सफलता ने न सिर्फ गांजा तस्करी के नेटवर्क को झटका दिया है, बल्कि यह भी संदेश दिया है कि अपराधियों के लिए अब जिले में कोई सुरक्षित ठिकाना नहीं है। आने वाले दिनों में ऐसी कार्रवाइयों से अपराध और मादक पदार्थों की तस्करी पर और सख्ती की उम्मीद की जा रही है।