वाराणसी, 20 जुलाई 2025: पवित्र गंगा नदी का रौद्र रूप अब वाराणसी में तबाही का सबब बनता जा रहा है। रविवार सुबह 10 बजे तक गंगा का जलस्तर 70.13 मीटर तक पहुंच चुका है, जो चेतावनी स्तर (70.26 मीटर) से बस कुछ ही कदम दूर है। खतरे का निशान 71.26 मीटर पर है, और शहरवासियों की सांसें अब इस बढ़ते जलस्तर के साथ थमती जा रही हैं।
सदर तहसील क्षेत्र इस बाढ़ की सबसे ज्यादा मार झेल रहा है। रामपुर ढाब, सलारपुर, सरैया, नक्खीघाट, ढेलवरिया, दनियालपुर, हूकुलगंज और बड़ी बाजार जैसे सात मोहल्ले जलमग्न हो चुके हैं। अब तक 248 परिवार, यानी कुल 1203 लोग, अपने घरों से विस्थापित हो चुके हैं। इनमें से 576 लोग 10 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं, जबकि 627 लोग अन्य सुरक्षित स्थानों पर ठहरे हैं।
प्रशासन की तत्परता, राहत शिविरों का सहारा
जिला प्रशासन ने राहत कार्यों को तेज कर दिया है। सलारपुर प्राथमिक विद्यालय, नक्खीघाट के चित्रकूट कान्वेंट स्कूल, दनियालपुर के नवोदय विद्यालय, राम जानकी मंदिर (ढेलवरिया), और बड़ी बाजार के सिटी गर्ल्स स्कूल जैसे स्थानों पर राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। जिले में कुल 46 राहत शिविर चिन्हित हैं, जिनमें से 37 सदर, 3 पिंडरा और 6 राजातालाब में हैं।
राहत सामग्री का वितरण, नावों से बचाव
प्रशासन ने 10 नावों के जरिए राहत कार्यों को गति दी है। रविवार को 558 लंच पैकेट, 266 फल, 96 दूध पैकेट और 27 ORS पैकेट वितरित किए गए। इसके अलावा, 18 लोगों का शिविरों में चिकित्सकीय उपचार भी किया गया।
नागरिकों से अपील, हेल्पलाइन पर संपर्क करें
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने नागरिकों से अफवाहों से बचने और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत हेल्पलाइन नंबरों—0542-2508550, 2504170, 9140037137—पर संपर्क करने की अपील की है। प्रशासन का कहना है कि स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है, और हर संभव मदद के लिए टीमें मुस्तैद हैं।
गंगा की उफनती लहरों के बीच वाराणसीवासियों की हिम्मत और प्रशासन की तत्परता ही इस संकट से निपटने की सबसे बड़ी ताकत बनी हुई है।