मुजफ्फरनगर, 3 जून 2025, मंगलवार: मुजफ्फरनगर पुलिस ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा के निर्देश पर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए NCERT की फर्जी किताबें छापने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। खतौली थाना पुलिस और SOG की संयुक्त टीम ने मुखबिर की सूचना पर छापेमारी कर 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 1,33,092 नकली किताबें, दो प्रिंटिंग प्रेस, 20 लीटर स्याही, 2500 प्रिंटिंग प्लेट, 170 पेपर रोल, और तीन वाहन (महिंद्रा थार, होंडा अमेज, एक कंटेनर) बरामद किए, जिनकी अनुमानित कीमत 3 करोड़ रुपये है।
यह गिरोह हरियाणा के पानीपत में अवैध प्रिंटिंग प्रेस चलाकर किताबें छापता था और इन्हें उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, बिहार और उत्तराखंड में सप्लाई करता था। फर्जी किताबों में सस्ते कागज और स्याही का उपयोग किया गया, जिनमें NCERT का वॉटरमार्क भी नहीं था। पुलिस ने प्रिंटिंग प्रेस को सील कर BNS और कॉपीराइट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। जांच जारी है!
गिरफ्तार आरोपी मेरठ के रहने वाले, नेटवर्क फैला था कई राज्यों में
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान आदिल मेवाती, अनिल चौहान, राहुल राणा, राजू शर्मा, सत्येंद्र सिंघल, जावेद, और अमित सैनी के रूप में हुई है। सभी आरोपी मेरठ जिले के रहने वाले हैं। पुलिस के अनुसार ये लोग लंबे समय से नकली किताबों का यह अवैध कारोबार चला रहे थे।
इनकी पकड़ इतनी मजबूत थी कि ये किताबें स्कूल स्तर पर भी खपाई जा रही थीं। अब पुलिस स्कूलों और बुक डीलरों की भूमिका की भी जांच कर रही है।