लखनऊ/गाजीपुर, 4 अगस्त 2025: बाहुबली मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी को गाजीपुर पुलिस ने लखनऊ में विधायक निवास से धर दबोचा। देर रात दारुलशफा स्थित सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी के आवास पर छापेमारी के बाद उमर को हिरासत में लिया गया और तुरंत गाजीपुर ले जाया गया। इस सनसनीखेज कार्रवाई ने अंसारी परिवार की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
क्या है पूरा मामला?
उमर पर आरोप है कि उन्होंने अपनी फरार मां और एक लाख की इनामी अफशां अंसारी के फर्जी हस्ताक्षर कर कोर्ट में याचिका दायर की। इस याचिका का मकसद गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त संपत्ति को छुड़ाना था। जांच में दस्तावेजों के हस्ताक्षर फर्जी पाए गए, जिसके बाद गाजीपुर के मुहम्मदाबाद थाने में उमर के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई।

वकील का दावा और सच का खुलासा
उमर के वकील लियाकत अली ने दावा किया कि याचिका अफशां ने खुद साइन की थी और बेटे के जरिए भेजी थी। लेकिन सरकारी अधिवक्ता की जांच में हस्ताक्षरों का मिलान नहीं हुआ। अफशां पहले से ही लुकआउट नोटिस और इनाम की सूची में शामिल हैं, जिसने इस मामले को और गंभीर बना दिया।
कोर्ट को गुमराह करने की साजिश
पुलिस का कहना है कि उमर और उनके वकील ने आपराधिक षड्यंत्र रचकर कोर्ट को गुमराह करने की कोशिश की। जल्द ही इस मामले में चार्जशीट दाखिल की जाएगी और कठोर कार्रवाई की सिफारिश की जा सकती है।
अंसारी परिवार पर कसता शिकंजा
अब्बास अंसारी पहले ही सजा काटकर जमानत पर बाहर हैं और उनकी विधायकी जा चुकी है। अब उमर की गिरफ्तारी ने परिवार की कानूनी मुश्किलों को और गहरा दिया है।
पुलिस की अगली चाल
सोमवार को गाजीपुर पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले में और खुलासे कर सकती है। इस कार्रवाई ने न सिर्फ अंसारी परिवार, बल्कि पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी है।