पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की जीभ काटने वाले बयान के बाद भाजपा से निष्कासित गजेंद्र झा अपने बयान पर कायम हैं।
उनका कहना है कि जब तक मांझी बिना शर्त माफी नहीं मांग लेते, तब तक मैं अपने बयान पर कायम हूं। मैं नेता से पहले राष्ट्रवादी और ब्राह्मण हूं। उन्होंने मेरे कुल पर प्रतिघात किया तो मैंने उसका प्रतिकार किया। पार्टी के निष्कासन पर उन्होंने कहा कि मैं कार्यकारिणी सदस्य था। मुझे जिलाध्यक्ष ने निष्कासित किया, प्रदेशाध्यक्ष या राष्ट्रीय नेतृत्व ने नहीं।
झा ने कहा कि मेरे बयान के बाद कुछ लोग मुझे जान से मारने तक की धमकी दे रहे हैं, लेकिन मैं किसी से डरने वाला नहीं हूं। मेर सर झुकने वाला नहीं, चाहे मुझे फांसी दो या काल कोठरी में डाल दो। मांझी वक्त रहते माफी मांग लें, वरना उन्हें देश में रहने तो क्या, मुंह छिपाने की भी जगह नहीं मिलेगी।