नई दिल्ली, 20 जनवरी 2025, सोमवार। अमेरिकी विदेश विभाग में उच्च पदस्थ अधिकारी रिचर्ड वर्मा ने अमेरिका-भारत संबंधों के भविष्य को लेकर आशा जताई है। उन्होंने कहा कि संबंधों को महज लेन-देन के बजाय साझा मूल्यों पर आधारित करने की आवश्यकता है। वर्मा ने यह भी कहा कि वे अमेरिका और भारत के बीच मतभेदों को लेकर चिंतित नहीं हैं।
वर्मा ने कहा कि दोनों देश मिलकर बहुत कुछ कर सकते हैं। उन्होंने अंतरिक्ष सहयोग, तकनीक और खुफिया जानकारी साझा करने, संयुक्त उत्पादन और विकास, और अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की रक्षा के लिए तैयार रहने के महत्व पर बल दिया।
वर्मा ने ‘क्वाड’ (चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद) के महत्व के बारे में भी बात की, जिसमें भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ‘क्वाड’ के सदस्य देश एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बनाए रखने के लिए साझा प्रतिबद्धता रखते हैं।
वर्मा ने यह भी कहा कि पिछले 25 वर्षों में अमेरिका-भारत संबंधों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आने वाले वर्षों में यह एक लेन-देन वाला संबंध नहीं बनेगा।