लखनऊ, 3 अक्टूबर। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही कह चुके हैं कि कानून संरक्षण के लिए है। लेकिन कानून को बंधक बनाकर व्यवस्था में सेंध लगाने का प्रयास करने की इजाजत किसी को नहीं है। कानून सुरक्षा के लिए है, लेकिन यदि किसी ने बहन-बेटी के साथ छेड़खानी की तो अगले चौराहे पर उस शोहदे का इंतजार यमराज कर रहे होंगे। लेकिन लखनऊ के फुरकान मियां ने बाबा की बातों को हवा में ले लिया और लड़की से छेड़छाड़ करने की गुस्ताखी कर डाली। फुरकान मियां ने देर रात शहीद पथ पर युवती का न सिर्फ आठ किलोमीटर दूर तक पीछा किया, बल्कि उसके साथ छेड़खानी भी की। फिर क्या युवती की शिकायत पर एक्टिव हुई बाबा की पुलिस ने पाताल से ढूंढकर फुरकान मियां को हवालात में पहुंचा दिया। पुलिस ने घटना में प्रयोग की गई बाइक को भी बरामद कर लिया है। आरोपी एक बाइक मैकेनिक से गाड़ी मांग कर लाया था।
इस मामले में एडीसीपी साउथ राजेश यादव ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए दो टीमें लगाई गई थीं। आरोपी को सीतापुर से गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बिजनौर थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। एडीसीपी साउथ ने बताया कि सीसीटीवी कैमरों की फुटेज व घटना के वीडियो से बाइक का नंबर मिला था। नंबर की मदद से जानकारी मिली कि बाइक जानकीपुरम के रहने वाले अमरीश वर्मा व्यक्ति की है।
पुलिस जब अमरीश वर्मा के घर पहुंची तो उन्होंने बताया कि गाड़ी उन्होंने विकासनगर सब्जी निवासी मैकेनिक रवि को दी थी। पुलिस ने बाइक मैकेनिक रवि को पकड़ा और पूछताछ की तो रवि ने बताया कि बाइक सैरपुर कमलाबाद बढ़ौली निवासी शीशा कारीगर फुरकान मांग कर ले गया था। फुरकान उक्त बाइक खरीदना चाहता था। फुरकान का नाम सामने आने बाद पुलिस ने उसके घर दबिश दी तो वह घर से गायब मिला। पुलिस ने सर्विलांस का सहारा लिया तो बुधवार को उसकी लोकेशन सीतापुर मिली। पुलिस ने आरोपी फुरकान को सीतापुर से गिरफ्तार कर बाइक को बरामद कर लिया है। आरोपी ने बताया कि पुलिस के डर से वह लखीमपुर खीरी जा रहा था।
एडीसीपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि रविवार को वह लुलु मॉल में एक दुकान में शीशा लगाने गया था। शीशा लगाकर लौटते वक्त शहीद पथ पर स्कूटी सवार युवती अकेले नजर आई। युवती को अकेला देख आरोपी ने बाइक उनके पीछा लगा दी और छेड़छाड़ करने लगा। वहीं, कृष्णानगर की रहने वाली युवती के साथ हुई छेड़छाड़ के मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई थी। युवती का आरोप है कि उन्होंने आशियाना और पीजीआई पुलिस से शिकायत की थी, पर पुलिस सीमा विवाद में उलझ गई थी। अंत में जब मामला डीसीपी साउथ के संज्ञान में आया तो उनके आदेश पर बिजनौर थाने में केस दर्ज किया गया। केस दर्ज करने में पुलिस की इस लापरवाही को अधिकारियों ने नजर अंदाज कर दिया।