वाराणसी, 25 मार्च 2025, मंगलवार। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने योगी सरकार के आठ साल पूरे होने पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई दी। वाराणसी के सर्किट हाउस में मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने पिछले आठ वर्षों की उपलब्धियों का बखान किया और इसे राज्य के चतुर्मुखी विकास का स्वर्णिम अध्याय बताया। “हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि सुशासन है। 24 करोड़ प्रदेशवासियों की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है,” मौर्य ने गर्व के साथ कहा।
सुशासन और विकास की नई मिसाल
उप मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने अपराध और अराजकता के पुराने दाग धो डाले हैं। आठ साल पहले समाजवादी पार्टी के शासन में गुंडों और दंगाइयों का बोलबाला था, और प्रदेश को ‘बीमारू’ की संज्ञा दी जाती थी। लेकिन आज स्थिति बदल चुकी है। योगी सरकार ने न केवल अपराध मुक्त प्रदेश बनाया, बल्कि विकास की नई ऊंचाइयां भी छुईं।
रोजगार, महिला सशक्तिकरण और गरीबी उन्मूलन
पिछले आठ वर्षों में आठ लाख सरकारी नौकरियां योग्यता के आधार पर दी गईं। महिला सशक्तिकरण के लिए ठोस कदम उठाए गए। देश में 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला गया, जिसमें से छह करोड़ अकेले उत्तर प्रदेश के हैं। उज्ज्वला योजना के तहत 1 करोड़ 56 लाख महिलाओं को लाभ मिला। बेरोजगारी दर जो 2016 में 18% थी, अब घटकर मात्र 2.5% रह गई है।
हर घर नल: दुनिया की सबसे बड़ी योजना
मौर्य ने ‘हर घर नल’ योजना को दुनिया की सबसे बड़ी योजना करार दिया। इसके तहत उत्तर प्रदेश के 2 करोड़ 37 लाख घरों को स्वच्छ पेयजल का कनेक्शन मिला। यह उपलब्धि न केवल बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करती है, बल्कि जनता के जीवन स्तर को भी ऊंचा उठाती है।
काशी का कायाकल्प: 40 हजार करोड़ की परियोजनाएं पूरी
काशी में पिछले आठ सालों में 40 हजार करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाएं पूरी की गईं, जबकि 15 हजार करोड़ की परियोजनाएं अभी प्रगति पर हैं। मौर्य ने बताया कि 458 परियोजनाएं—मार्ग, सेतु, पेयजल, सीवरेज, शिक्षा, स्वास्थ्य, ऊर्जा, पर्यटन और पुलिस कल्याण से जुड़ी—लोगों को समर्पित की गईं। इनमें 22,408 करोड़ रुपये की लागत से रिंग रोड, राष्ट्रीय राजमार्ग और सेतु निर्माण शामिल हैं।
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत 877.65 करोड़ रुपये की 34 परियोजनाएं पूरी हुईं। काशी इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर, 720 स्थानों पर सर्विलांस कैमरे, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और मल्टीलेवल पार्किंग जैसे प्रोजेक्ट्स ने काशी को आधुनिकता की राह पर आगे बढ़ाया।
स्वास्थ्य और शिक्षा में क्रांति
स्वास्थ्य के क्षेत्र में 1870.36 करोड़ रुपये की 43 परियोजनाएं पूरी हुईं, जिनमें कैंसर इंस्टीट्यूट, होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल और बीएचयू में 430 बेड का सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल शामिल हैं। शिक्षा के लिए 512 करोड़ रुपये की 32 परियोजनाएं पूरी की गईं, और 666 करोड़ रुपये की परियोजनाएं चल रही हैं।
पर्यटन और संस्कृति का विकास
पर्यटन के क्षेत्र में 721 करोड़ रुपये की 30 परियोजनाएं पूरी की गईं। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर, नमो घाट, और सारनाथ का पुनर्विकास जैसे कार्यों ने काशी को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर और मजबूत किया। 900 करोड़ रुपये की परियोजनाएं अभी निर्माणाधीन हैं।
ऊर्जा और बुनियादी ढांचा
1100 करोड़ रुपये से शहरी विद्युत सुधार, 3722 मजरे में विद्युतीकरण और बायो-सीएनजी प्लांट जैसे कार्य हुए। 826.85 किमी नई सड़कें, 30 नए डिग्री कॉलेज, 20 आईटीआई और 31 पॉलिटेक्निक खोले गए। रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर जैसे प्रोजेक्ट्स ने काशी की शान बढ़ाई।
सामाजिक कल्याण और समृद्धि
3 लाख से अधिक किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि, 32,708 लोगों को पीएम आवास योजना और 63,229 निराश्रित महिलाओं को पेंशन दी गई। 11 लाख से अधिक जनधन खाते और 11 लाख से ज्यादा आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाए गए। 78 लाख कुंटल मुफ्त राशन वितरण ने गरीबों का जीवन आसान बनाया।
आर्थिक उछाल: जीडीपी में दोगुना इजाफा
इन प्रयासों का नतीजा यह है कि 2017 में काशी का जीडीपी 22,586.91 करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 43,899.75 करोड़ रुपये हो गया—लगभग दोगुना। प्रति व्यक्ति आय भी 90,028 रुपये तक पहुंच गई।
भविष्य की राह
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि योगी सरकार ने संकल्प को सिद्धि में बदला है। “हमारा लक्ष्य उत्तर प्रदेश को देश का सबसे समृद्ध और सुरक्षित राज्य बनाना है। काशी इसका जीता-जागता उदाहरण है।” यह आठ साल का सफर न केवल उपलब्धियों की कहानी है, बल्कि एक नए, आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश की नींव भी है।