नई दिल्ली, 9 अगस्त 2025: देश के चार राज्यों—कर्नाटक, महाराष्ट्र, पंजाब और जम्मू-कश्मीर—के लिए रेल यात्रियों को एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 अगस्त को तीन नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों—केएसआर बेंगलुरु-बेलगावि, श्रीमाता वैष्णो देवी कटड़ा-अमृतसर और नागपुर (अजनी)-पुणे वंदे भारत एक्सप्रेस—को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इन ट्रेनों के शुरू होने से इन राज्यों में पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
रेल मंत्रालय के अनुसार, इन नई ट्रेनों के जुड़ने से देशभर में वंदे भारत ट्रेन सेवाओं की संख्या 144 से बढ़कर 150 हो जाएगी। अब तक 6.3 करोड़ से अधिक यात्री इन सेमी-हाईस्पीड ट्रेनों से यात्रा कर चुके हैं।
राज्यों में वंदे भारत ट्रेनों की स्थिति
- कर्नाटक: केएसआर बेंगलुरु-बेलगावि वंदे भारत एक्सप्रेस के शुरू होने से राज्य में वंदे भारत ट्रेनों की संख्या 11 (22 सेवाएं) हो जाएगी। इस ट्रेन के प्रमुख ठहराव में धारवाड़, हुब्बलि, हावेरी, दावणगेरे, तुमकूर और यशवंतपुर शामिल हैं।
- महाराष्ट्र: नागपुर (अजनी)-पुणे वंदे भारत एक्सप्रेस के शुरू होने से राज्य में वंदे भारत ट्रेनों की संख्या 12 (24 सेवाएं) हो जाएगी। इस ट्रेन के प्रमुख ठहराव में वर्धा, बडनेरा, शेगांव, अकोला, भुसावल, जलगांव, मनमाड़, कोपरगांव, अहिल्यानगर और दौंड कॉर्ड लाइन शामिल हैं।
- पंजाब और जम्मू-कश्मीर: श्रीमाता वैष्णो देवी कटड़ा-अमृतसर वंदे भारत एक्सप्रेस के शुरू होने से दोनों राज्यों में वंदे भारत ट्रेनों की संख्या 5-5 (10-10 सेवाएं) हो जाएगी। इस ट्रेन के प्रमुख ठहराव में जम्मू तवी, पठानकोट कैंट, जालंधर शहर और ब्यास शामिल हैं।
वंदे भारत की खासियत
पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से निर्मित वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें कवच सिस्टम से लैस हैं, जो सुरक्षा को और मजबूत बनाता है। इन ट्रेनों में यात्रियों के लिए फोल्डेबल स्नैक्स टेबल, मोबाइल चार्जिंग पोर्ट, आरामदायक सीटें, आधुनिक शौचालय और इंफोटेनमेंट सिस्टम जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके अलावा, प्रत्येक कोच में जीपीएस आधारित रियल-टाइम ट्रैकिंग सिस्टम है, जो यात्रियों को स्टेशन, गति और लोकेशन की जानकारी प्रदान करता है।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि ये नई ट्रेनें न केवल यात्रा को तेज और आरामदायक बनाएंगी, बल्कि क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास को भी गति देंगी।