गले में पाँच किलो का ट्यूमर एक कुनबे की ज़िंदगी पर पड़ रहा भारी
कहने को जिले के मडियाहूं तहसील के अड़ीयार गाँव निवासी बरसाती लाल कश्यप पेशे से पत्रकार हैं, लेकिन दो बच्चों व पत्नी वाले इनके कुनबे के सिर पर अव्यवस्थित छत के अलावा कुछ नहीं है l खेती की जमीन होती तो भी परिवार पल जाता l अब गले में पाँच किलो वजन का ट्यूमर परिवार के पेट की आग बुझाने और तन ढंकने की कोशिश पर भारी पड़ने लगा है l जब रोटी के लाले पड़े हैं तो दवा कहाँ से लाएं l ‘आरएनएस’ न्यूज एजेंसी जरिये मिलने वाली रकम पर सम्मान भारी पड़ता रहा है, क्योंकि दवा और रोटी- कपड़ा के लिए सम्मान नहीं, रुपये चाहिए, घिसट रही पूरे कुनबे की जिंदगी पर इनके गले का ट्यूमर वज्रपात बनकर आया हैl डॉक्टर बताते हैं ऑपरेशन में खर्च लाखों आएगा, ऐसे में इनके सामने कुनबे समेत ज़िंदगी से हार मानने के अलावा कोई चारा नज़र नहीं आया, तभी इस परिवार की बिखरती ज़िंदगी को संबल देने के लिए ‘वानर सेना’ और पूर्व सांसद धनंज्य सिंह के आगे आने से कुनबे में जीने की लालसा का ‘दीपक’ फिर टिमटिमाने लगा है l सहयोग करने वालों का कारवाँ बढ़ने लगा है l अब इनकी परेशानियों को दूर करने में सहयोग का घड़ा बूंद- बूंद के सहयोग से भरने लगा है l आप भी ज़िंदगी से हारे इस कुनबे को जीवन बचाने में सहयोग के भागी बन सकते हैं l
जौनपुर । जिले के मडियाहूं तहसील अंतर्गत अड़ीयार गाँव निवासी बरसाती लाल कश्यप पेशे से पत्रकार हैं। कई वर्षों से इनके गले में ट्यूमर है, जो वर्तमान में क़रीब 5 किलो का हो गया है। दो बच्चों और पत्नी के साथ जीवन यापन कर रहे बरसाती लाल कश्यप जीवन से हार कर सोशल मीडिया में निराशाजनक पोस्ट लिखा। इस पोस्ट के वायरल होते ही पूर्व सांसद धनंजय सिंह और वानर सेना के संरक्षक अजीत सिंह पत्रकार की मदद में कूद पड़े। अजीत सिंह के बरसाती लाल की मदद के लिए फेसबुक पर पोस्ट लिखते ही कुछ ही घंटे में पीड़ित पत्रकार के खाते में 20 हजार से अधिक रकम आ गई। ईलाज का जिम्मा पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने उठा लिया । दो दिन बाद बरसाती लाल के ट्यूमर की जांच और आपरेशन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।