वाराणसी, 17 सितंबर। कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर डटी रहने वाली योगी की पुलिस इन दिनों पूरे एक्शन मोड में है। शहर में योगी की मौजूदगी में खाकी के तेवर और भी तल्ख़ दिखाई दिए। इसकी बानगी तब देखने को मिली जब सोमवार सीएम के वाराणसी पहुंचने से पहले चेतगंज थाने से महज कुछ कदमों की दूरी पर दबंगों ने एक साधु की पीट-पीटकर हत्या कर दी। सरेशाम हुई घटना से बनारस में सनसनी फैल गई। जब तक योगी वाराणसी पहुंचते उसके पहले ही एक्शन मोड में आई पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी कर साधु के सातों हत्यारोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। तो उसी दिन देर रात यानि सोमवार को सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ जब सर्किट हाउस में आराम कर रहे थे। तभी योगी की पुलिस ने चौबेपुर इलाके में 12 सितंबर की रात सिगरेट के लिए हत्या करने वाले दो युवकों को धर दबोचा।
चौबेपुर घटना के हत्यारोपी मुलायम सिंह यादव व आलोक कुमार
खबरों के मुताबिक, आरोपियों ने सिगरेट की मांग की थी। लेकिन दुकान बंद करके घर के बाहर सोने की तैयारी कर रहे शख्स ने मना कर दिया। लड़कों ने गाली देनी शुरू कर दी। विवाद बढ़ने पर दुकानदार को गोली मारकर भाग निकले। गोली मारने वाला शख्स मुलायम सिंह यादव व उसके साथी को पुलिस ने सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। बिरनाथीपुर (चौबेपुर) गांव में 12 सितंबर की रात करीब डेढ़ बजे सिगरेट नहीं देने पर दुकानदार शारदा यादव के गर्दन में गोली मारकर हत्या करने में चौबेपुर पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने दो बदमाशों को कैथी से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए बदमाश पड़ोसी गांव उगापुर के मुलायम यादव और आलोक कुमार हैं। सूत्रों के मुताबिक, योगी की खाकी जब बदमाशों की गिरफ्तारी की तो मुलायम सिंह यादव ने पुलिस के पैर पकड़कर रहम की भीख मांगने लगा। उसे डर था, कहीं एनकाउंटर करने वाली पुलिस उसका भी गेम ओवर न कर दें।
एसीपी सारनाथ डॉ अतुल अंजान त्रिपाठी ने बताया कि जिस गिरोह के बदमाशों ने गोली मारी, उसमें सरगना मुलायम, आलोक समेत आधा दर्जन सदस्य हैं। ये अक्सर दुकानदारों से वसूली, फ्री में मोबाइल रिचार्ज कराने समेत वर्चस्व के लिए फायरिंग, मारपीट करते हैं। गुरुवार यानी 12 सितंबर की रात डेढ़ बजे बिरनाथीपुर (चौबेपुर) गांव में बदमाशों ने सिगरेट देने से इनकार पर 55 वर्षीय दुकानदार शारदा यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी।