वाराणसी, 20 नवंबर 2024, बुधवार: वाराणसी में गंगा नदी के किनारे साइबेरियन पक्षियों का आगमन शुरू हो गया है। लेकिन इन पक्षियों की सुरक्षा को लेकर वन विभाग अलर्ट हो गया है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इन पक्षियों का शिकार होने या हानिकारक चीजें खिलाने से इनकी मौत हो जाती है। वन विभाग ने इन पक्षियों की सुरक्षा के लिए विशेष टीम का गठन किया है। अगर कोई भी इन पक्षियों को नुकसान पहुंचाएगा, तो वन विभाग उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा। दोषियों को जेल भी जाना पड़ सकता है। पक्षी विशेषज्ञों का कहना है कि दिसंबर के अंतिम सप्ताह से जनवरी की शुरुआत में पक्षियों की संख्या में वृद्धि होगी। वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे इन पक्षियों की सुरक्षा में सहयोग करें।
साइबेरियन पक्षियों का ठिकाना बदला, युद्ध के चलते भारत में बढ़ी संख्या
पक्षी विशेषज्ञों ने बताया कि यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध के चलते प्रवासी पक्षियों का ठिकाना बदल गया है। रूस और यूक्रेन के बीच साइबेरिया के जो भी पक्षी अन्यत्र जाते थे, वह भारत आ रहे हैं। इसके चलते भारत में साइबेरियन पक्षियों की संख्या में वृद्धि हुई है। पक्षी विशेषज्ञों का कहना है कि साइबेरिया में मौसम बदलने पर प्रवासी पक्षी प्रजनन के लिए भारत आते हैं। क्योंकि इस समय साइबेरिया में अधिक ठंड पड़ने लगती है और वहां के मुकाबले भारत में ठंड कम रहती है। वाराणसी में गंगा नदी के किनारे साइबेरियन पक्षियों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। पक्षी विशेषज्ञों का कहना है कि यह बदलाव युद्ध के चलते हुआ है और इसका असर प्रवासी पक्षियों की संख्या पर पड़ा है।
साइबेरियन पक्षियों की सुरक्षा के लिए वन विभाग की मुहिम
प्रभागीय वन अधिकारी प्रवीण खरे ने बताया कि साइबेरियन पक्षियों को बचाने के लिए वन विभाग के अधिकारी टीम बनाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। वन विभाग का मकसद है कि लोगों को इन पक्षियों की सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाए। साइबेरियन पक्षियों को ब्रेड, नमकीन, लाई आदि हानिकारक चीजें खिलाने से मना कर रहे हैं। क्योंकि इनके खाने से पक्षियों की जान चली जाती है। वन अधिकारी प्रवीण खरे ने बताया कि वन विभाग की टीम गंगा नदी के किनारे गश्त कर रही है और लोगों को जागरूक कर रही है। साथ ही पक्षियों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।