N/A
Total Visitor
33.1 C
Delhi
Monday, June 23, 2025

मूर्खों का स्वर्ग

हसमुख उवाच

कहा गया है कि यह संसार दुखों का सागर है, परंतु इस युग में जो भी मूर्खों के स्वर्ग में वास करता है उसे संसार के दुख नहीं सताते हैं, क्योंकि मूर्खों के स्वर्ग में रहने वाला आसपास की घटनाऐं से निर्विकार रहता है, आनंदपूर्वक उसकी जीवन यात्रा चलती रहती है!

मूर्खों के स्वर्ग में वास करने वाला मूर्ख उस कबूतर की तरह है जिसके पिंजरे के सभी साथी कबूतर एक एक करके बहेलिए द्वारा मारने के लिए ले जाते रहते हैं और वह कबूतर हर बार यही सोचता और मानता रहता है कि वह बच गया, उसे कुछ नहीं हो सकता, वह ऐसे समय आंखे बंद कर लेता है, उस मूर्ख कबूतर का अपना स्वर्ग होता है, वह उसी स्वर्ग में रह कर सुख में डूबा रहता है!
अपने स्वर्ग में वास करने के कारण हर मूर्ख में एक गहरा आत्मविश्वास होता है, हो सकता है यथार्थवादी का आत्मविश्वास कभी टूट जाय लेकिन मूर्ख का आत्मविश्वास अडिग होता है, किसी के भी तोड़े नहीं टूटता इसीलिए मूर्ख जब किसी बात पर अड़ जाता है तो वहां से टस से मस नहीं होता, अर्थात ‘पंचों का फैसला सर माथे पर पतनाला वहीं बहेगा ‘आलू से सोना बनाना मूर्ख की कल्पना हो सकती है, लेकिन मूर्ख इसका दावा करते हुए बड़े आत्मविश्वास से कहेगा कि “इधर से आलू डालो, उधर से सोना निकालो ‘

हमारे देश में मूर्खों के स्वर्ग में वास करने की बड़ी दीर्घ परंपरा रही है, सन १८५७से सन१९३७ तक देश से टूट कर सात देश बन गये और हमारे हिंदू भाई मूर्खों के स्वर्ग में ही वास करते रहे, यह सोच ही नहीं सके कि आखिर ऐसा क्यो हो गया? बस,अपनी संस्कृति और धर्म की महानता का बखान करते रहे लेकिन मूर्खों के स्वर्ग का त्याग नहीं कर सके,इसीलिए पतन की ही परिभाषा सीखते चले गए, ऐसै में अपनी संस्कृति और धर्म की रक्षा क्या करते!
मूर्खों का स्वर्ग बड़ा रमणीक है, उसमें विचरण करने वाला उसे छोड़ना नहीं चाहता है, हिंदू तो इसमे सबसे आगे है, उसका धर्म कीर्तन, भजन, भंडारे तक ही सीमित हो गया है, मूर्खों के स्वर्ग में रहते वह समझ ही नहीं पाता कि देश के नौ राज्यों में वह कैसे अल्पसंखयक हो गया? मूर्खों का स्वर्ग इतना मादक है कि किसी हिंदू का ध्यान इस तथ्य की ओर जा ही नहीं पाता कि एक हजार लड़कियां प्रतिदिन लव जिहाद का शिकार हो रही है, दस हजार लोगों का धर्मांतरण हो रहा है, कशमीर फाइल्स, कनवर्जन, ७२हूरें आदि जैसी फिल्में वह देखता तो है, परंतु देखने के बाद वह पुन:मूर्खों के स्वर्ग में प्रवेश करके आंनद मग्न हो जाता है!

Advertisement

spot_img

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

2,300FansLike
9,694FollowersFollow
19,500SubscribersSubscribe

Advertisement Section

- Advertisement -spot_imgspot_imgspot_img

Latest Articles

Translate »