जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को मच्छरों के प्रकोप से बचाने के लिए एंटी लारवा का छिड़काव कराने के साथ ही फॉगिंग पर विशेष जोर दिया जा रहा है। जिससे कि लोगों को मच्छरों के प्रकोप से बचाया जा सके। आम तौर पर बरसात के मौसम में जल भराव और गंदगी से डेंगू, मलेरिया का खतरा बना रहता है।
जिला मलेरिया अधिकारी एससी पांडेय ने बताया कि गंगा में आई बाढ़ की वजह से भी पानी जमा है। ऐसे में डेंगू मलेरिया की संभावनाओं को देखते हुए छिड़काव कराया जा रहा है। एंटी लार्वा के छिड़काव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने डूडा से 15 कर्मियों को माँगा है, जो विभिन्न इलाकों में एंटी लार्वा का छिड़काव कर रहे हैं।