वाराणसी, 6 अगस्त 2025: गंगा के बढ़ते जलस्तर ने वाराणसी में भारी तबाही मचाई है। जिले के 13 बिजली उपकेंद्र बाढ़ के पानी से पूरी तरह घिर गए हैं, जिसके चलते पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम को 24 फीडरों से बिजली आपूर्ति बंद करनी पड़ी है। इससे शहर के करीब 5000 घरों में बिजली गुल हो गई है, और लगभग 30 हजार लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं।
हुकुलगंज, ढेलवरिया, सामनेघाट, फुलवरिया जैसे इलाकों में सड़कों से लेकर कॉलोनियों की गलियों तक पानी भर गया है, जिससे लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। जिला प्रशासन प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में करंट का खतरा बढ़ने के कारण बिजली निगम ने एहतियातन आपूर्ति रोक दी है। इससे 50 ट्रांसफार्मर भी प्रभावित हुए हैं, जिनमें से कुछ स्थानों पर ट्रांसफार्मर के आधार तक पानी में डूब गए हैं।
प्रभावित उपकेंद्रों में करसड़ा, बेटावर, काशी, अलईपुर, आईडीएच, चौकाघाट, सांस्कृतिक संकुल, पन्नालाल पार्क, अर्दली बाजार, लेढ़ूपुर, दौलतपुर, भदैनी, नगवा और रामनगर शामिल हैं। वहीं, बंद किए गए फीडरों में शूलटंकेश्वर, कूड़ा प्लांट, छितौनी पंप कैनाल, रमना, कोनिया, शैलपुरी, पक्का महाल, अमरपुर, ढेलवरिया, न्यू महादेव, हुकुलगंज, बघवानाला, सेंट्रल जेल, मकबूलआलम रोड, फुलवरिया, पुरानापुल, पंचक्रोशी, कुंती विहार, अस्सी, सोनारपुरा, रविदास पार्क, महादेव नगर और एसटीपी रामनगर शामिल हैं।
मुख्य अभियंता राकेश पांडेय ने बताया कि गंगा का जलस्तर कम होने के बाद ही बिजली आपूर्ति बहाल की जाएगी। कुछ क्षेत्रों में 8 अगस्त और कुछ में 10 अगस्त तक आपूर्ति शुरू करने की योजना है। संबंधित अधिकारियों को उपकेंद्रों की निगरानी के निर्देश दिए गए हैं।
बाढ़ के कारण शहरवासियों को बिजली के साथ-साथ आवागमन और दैनिक जरूरतों में भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन और बिजली विभाग स्थिति पर नजर रखे हुए हैं, लेकिन लोगों को अभी कुछ दिन और मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।