डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट का सिलसिला जारी है। सोमवार को रुपये में 49 पैसे की गिरावट दर्ज की गई और यह पहली बार 87 के स्तर को पार कर गया। दिन के कारोबार के दौरान एक समय एक डॉलर की कीमत 87.29 रुपये तक चली गई थी लेकिन बाजार बंद होने के समय यह 87.11 के स्तर पर था। रुपये में इस गिरावट के लिए दुनिया में एक नए ट्रेड वार की शुरुआत को वजह बताया जा रहा है।
पिछले शनिवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन, मैक्सिको और कनाडा से होने वाले कई उत्पादों के आयात पर ज्यादा सीमा शुल्क लगाने की घोषणा की थी। इसके बाद कनाडा ने भी अमेरिकी उत्पादों पर ज्यादा शुल्क लगा दिया, जबकि चीन व मैक्सिको की तरफ से भी ऐसे कदम उठाए जाने की संभावना है। इससे भारत समेत दुनिया के अधिकांश देशों के शेयर बाजार में गिरावट हुई है।
निगरानी में जुटा आरबीआई
रुपये की गिरावट पर वित्त सचिव और राजस्व सचिव तुहिन कांत पांडे ने एक कार्यक्रम में चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भारत समेत सभी विकासशील देशों से डॉलर की निकासी होने और इन्हें किसी सुरक्षित जगह में निवेश किया जा रहा है, इस वजह से रुपये पर ज्यादा दबाव है। सरकार इस पूरे हालात पर नजर रखे हुए है, क्योंकि इसका असर मध्यावधि में देश की विकास दर पर भी हो सकता है। उन्होंने आश्वस्त किया कि आरबीआई भी हालात की निगरानी कर रहा है।