रायपुर, 22 जून 2025: केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रायपुर में नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक जंग का बिगुल फूंकते हुए सात राज्यों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, झारखंड और ओडिशा के डीजीपी/एडीजीपी और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस बैठक में नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ने की रणनीति पर गहन मंथन हुआ।
“नक्सलियों को चैन की नींद नहीं सोने देंगे”
अमित शाह ने दो टूक शब्दों में कहा कि इस बारिश के मौसम में भी नक्सलियों को आराम नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा, “हर साल बारिश में नक्सली चैन की नींद सोते थे, लेकिन इस बार सुरक्षा बलों का ऑपरेशन पूरे जोर-शोर से जारी रहेगा।” उन्होंने विश्वास जताया कि 31 मार्च 2026 तक भारत नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा। शाह ने कहा, “हमारे सुरक्षा बलों का पराक्रम और खुफिया एजेंसियों की सटीक रणनीति इस लक्ष्य को हकीकत में बदल देगी।”
छत्तीसगढ़ सरकार की तारीफ, नक्सलियों से अपील
केंद्रीय गृह मंत्री ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ साल में इन नेताओं ने रुके हुए नक्सल विरोधी अभियान को नई गति दी है और राज्य को नक्सलवाद से मुक्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। शाह ने कहा, “विष्णुदेव जी और विजय शर्मा जी ने नक्सल विरोधी अभियानों को न केवल धार दी, बल्कि समय-समय पर इसका मार्गदर्शन किया, सुरक्षा बलों का हौसला बढ़ाया और इस लड़ाई में संपूर्णता के साथ बड़ा योगदान दिया।”
“हथियार डालें, मुख्यधारा में शामिल हों”
नक्सलियों से हथियार डालने की अपील करते हुए शाह ने कहा, “हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण करें और मुख्यधारा में शामिल हों। सरकार अपने वादों को पूरा करेगी और उससे भी अधिक सहायता प्रदान करेगी।” उन्होंने नक्सलवाद के रास्ते पर भटके युवाओं से विकास की यात्रा में शामिल होने का आह्वान किया। शाह ने कहा, “हिंसा के रास्ते पर चल रहे युवा सरकार पर भरोसा करें और समाज की मुख्यधारा में शामिल हों। यह देश की विकास यात्रा का हिस्सा बनने का सुनहरा मौका है।”
नक्सलवाद के खात्मे का संकल्प
अमित शाह ने इस बैठक में साफ कर दिया कि नक्सलवाद के खिलाफ केंद्र और राज्य सरकारें पूरी तरह एकजुट हैं। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य स्पष्ट है, और हम इसे हासिल करके रहेंगे। 2026 तक भारत नक्सलवाद से मुक्त होगा।” इस दृढ़ संकल्प के साथ, देश अब नक्सलवाद के खिलाफ अंतिम लड़ाई की ओर बढ़ रहा है।