वाराणसी, 14 नवंबर 2024, गुरुवार। महादेव की नगरी काशी में देव दीपावली की तैयारी जोरों पर है। इस भव्य दीपोत्सव को देखने के लिए देवता स्वर्ग से धरती पर आते हैं, ऐसी मान्यता है। काशी के 84 घाटों के अलावा कुंड, तालाबों सहित 221 से अधिक स्थानों पर 21 लाख दीप एक साथ जलाए जाएंगे। सभी संस्थाएं घाटों की अलग-अलग थीम बनाकर दीप जलाएंगी।
अहिल्याबाई, पंचगंगा व मणिकर्णिका घाट पर अहिल्याबाई होल्कर की झांकी सजाकर दीप जलाए जाएंगे। राजघाट सहित आसपास के घाटों पर गायत्री माता, नशा मुक्ति, नारी सशक्तीकरण आदि का संदेश दिया जाएगा। भोषले घाट पर दीप जलाकर रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी जाएगी। इस भव्य आयोजन में लाखों लोग शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 15 नवंबर को बनारस आएंगे और जगद्गुरु विष्णुस्वामी संप्रदायाचार्य यमुनाचार्य महाराज की 12वीं पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री सतुआ बाबा को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
कार्यक्रम का विवरण:
रामचरितमानस पाठ: बुधवार से आरंभ हुआ, 14 नवंबर को समापन होगा।
ललिता सहस्त्रनाम पाठ: 15 नवंबर को प्रातः 6 बजे से 11 ब्राह्मण द्वारा किया जाएगा।
हवन और बसंत पूजा: हवन के बाद 9 बजे से चार वेदों के 20 वैदिक विद्वान बसंत पूजा करेंगे।
श्रद्धांजलि सभा: दोपहर में 12 काशी और देश भर से आए साधु संत, महामंडलेश्वर यमुनाचार्य को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन होगा।
देव दीपावली उत्सव: शाम को देव दीपावली का उत्सव होगा।