आजमगढ़, 7 अप्रैल 2025, सोमवार। मेरठ में हुए सौरभ हत्याकांड ने देशभर में एक अजीब सा डर पैदा कर दिया है—नीले ड्रम और सीमेंट का खौफ। पुरुष अब अपनी पत्नियों के अफेयर से सिर्फ दिल टूटने की नहीं, बल्कि जान गंवाने की भी आशंका से कांप रहे हैं। ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला अब आजमगढ़ के आँधीपुर गांव से सामने आया है, जो कभी पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यपाल रामनरेश यादव का पैतृक गांव होने के लिए जाना जाता था। यहां 60 साल के अब्दुल मकसूद ने पुलिस के सामने जो गुहार लगाई, उसे सुनकर हर कोई हैरान है। “साहब! मेरी बेगम का अफेयर चल रहा है। वह मुझे नीले ड्रम और सीमेंट में जमा देगी। प्लीज मुझे बचा लो!”—अब्दुल की यह फरियाद सुनकर मामला गंभीर तो है, लेकिन इसके पीछे की कहानी और भी दिलचस्प है।
35 साल पुरानी शादी और छिपा हुआ धोखा
अब्दुल मकसूद की शादी 35 साल पहले आजमगढ़ के सरायमीर की नसीमा बानो से हुई थी। मकसूद लंबे वक्त तक विदेश में नौकरी करता रहा, लेकिन पांच साल पहले खराब सेहत के चलते वह अपने गांव लौट आया। उसे क्या पता था कि उसकी गैरमौजूदगी में उसकी बेगम नसीमा ने गांव के ही एजाज उर्फ जिन्नाद के साथ मोहब्बत के फूल खिलाने शुरू कर दिए थे। जब मकसूद घर आया, तो नसीमा और एजाज का मिलना-जुलना मुश्किल हो गया। नसीमा ने पहले तो अपने शौहर से झगड़े शुरू किए और फिर तलाक तक ले लिया। लेकिन तलाक के बाद भी वह मकसूद के घर से गई नहीं। उल्टा, अब वह अपने आशिक एजाज को घर बुलाने लगी।

घर में दुश्मन और पिटाई का सिलसिला
नसीमा का प्रेमी एजाज अकेला नहीं आता। वह अपने दोस्तों रिजवान अहमद, सुफियान अहमद, अलीमुन और शमशाद के साथ मकसूद की पिटाई करता है, ताकि उसे घर से भगा सके। बीमार और कमजोर मकसूद ने फूलपुर थाने की अंबारी चौकी में शिकायत भी की, लेकिन पुलिस ने उल्टा उसे डांटकर भगा दिया। गांव वालों का भी साथ नहीं मिला। उनका कहना है कि शरीया के मुताबिक तलाकशुदा बीवी को घर में रखना गुनाह है। हालात ऐसे हो गए कि ईद जैसे त्योहार पर भी गांव वालों ने मकसूद के घर की सेवइयां खाने से मना कर दिया।
कमरे में कैद जिंदगी और मौत का डर
अब मकसूद की हालत ये है कि वह अपने ही घर के एक कमरे में कैद होकर जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। नसीमा ने उसे धमकी दी है कि वह मेरठ के नीले ड्रम हत्याकांड जैसा कुछ कर सकती है। डर के मारे मकसूद ने खुद को कमरे में बंद कर लिया है। उसे लगता है कि उसकी बेगम और उसके आशिक कभी भी उसकी जिंदगी खत्म कर सकते हैं। उसकी आवाज सुनने वाला अब कोई नहीं बचा।
नीले ड्रम का डर और सोशल मीडिया का तमाशा
मेरठ में सौरभ की हत्या के बाद नीले ड्रम और सीमेंट का खौफ उन पुरुषों में गहरा गया है, जिनकी पत्नियां अफेयर में लिप्त हैं। सोशल मीडिया पर तो ड्रम और सीमेंट से जुड़े मीम्स की बाढ़ आ गई है। “पत्नी के सताए पति” की कहानियां अब देशभर में चर्चा का विषय बन रही हैं। लेकिन अब्दुल मकसूद की कहानी सिर्फ हंसी-मजाक नहीं, बल्कि एक डरावनी हकीकत है, जो यह सवाल उठाती है—क्या प्यार और धोखे की ये जंग अब जिंदगी पर भारी पड़ने लगी है?