दो बार नाकाम कोशिश के बाद किसानों ने दिल्ली कूच का फैसला फिलहाल बुधवार तक टाल दिया है। किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि हरियाणा व पंजाब पुलिस प्रशासन ने किसानों की केंद्र से बातचीत कराने के लिए एक दिन का समय मांगा था, इसलिए फिलहाल बातचीत का न्योता आने का इंतजार किया जा रहा है। मंगलवार को संयुक्त किसान मोर्चा और किसान-मजदूर संघर्ष समिति की सामूहिक बैठक होगी। इसके बाद आगामी निर्णय लिया जाएगा। पंधेर ने साफ किया कि किसान भागने वाले नहीं हैं, बल्कि सरकार को भगाएंगे।
इस बीच किसान संगठनों के बड़े नेता शंभू बॉर्डर से खनौरी बॉर्डर पहुंच गए हैं। किसानों ने यहां मंगलवार को सामूहिक भूख हड़ताल का एलान किया गया है। सोमवार को किसान नेता काका सिंह कोटडा ने मंच से कहा कि संयुक्त मोर्चा के प्रमुख जगजीत डल्लेवाल की सेहत लगातार बिगड़ती जा रही है। उनका वजन करीब 11 किलो कम हो गया है। वह काफी कमजोरी महसूस कर रहे हैं। उन्हें चक्कर आते रहते हैं। डाॅक्टरों के मुताबिक डल्लेवाल के लिवर फंक्शन टेस्ट खराब आ रहे हैं।
डाॅक्टरों का कहना है कि अगर डल्लेवाल ने जल्द आमरण अनशन समाप्त भी कर दिया, तो भी शरीर के अंदरूनी अंगों पर आमरण अनशन का जो बुरा प्रभाव पड़ा है, वह कभी खत्म नहीं होगा। गौरतलब है कि डल्लेवाल का आमरण अनशन को सोमवार को 14 दिन हो गए। डाॅक्टरों ने उन्हें ज्यादा चलने-फिरने से मना कर दिया है। वहीं, पटियाला रेंज के डीआईजी मनदीप सिंह सिद्धू खनौरी पहुंचे। उन्होंने किसानों से डल्लेवाल का अनशन खत्म कराने की अपील की।
कोटड़ा ने कहा कि खनौरी बॉर्डर पर जिन नजदीकी गांवों या गुरुघरों से लंगर आता है, वहां संदेश भेजा गया है कि मंगलवार को लंगर लेकर न आएं। खनौरी बाॅर्डर पर भी लंगर नहीं बनेगा। उन्होंने बताया कि डल्लेवाल सोमवार को न गुरु घर जा सके और न ही मंच पर आ सके। इसलिए अपने नेता की इस हालत में बाकी किसान कैसे कैसे खाना खा सकते हैं। इसलिए सामूहिक भूख हड़ताल का फैसला लिया गया है।