नई दिल्ली, 9 जुलाई 2025: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने और कृषि व्यापार को बढ़ावा देने के लिए ई-नाम (राष्ट्रीय कृषि बाजार) प्लेटफॉर्म का विस्तार करते हुए सात नए उत्पादों को शामिल करने की मंजूरी दी है। इनमें गन्ना, मर्चा चावल, कतरनी चावल, जर्दालू आम, शाही लीची, मगही पान और बनारसी पान शामिल हैं। इस फैसले के साथ, ई-नाम पर व्यापार योग्य उत्पादों की संख्या बढ़कर 238 हो गई है।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य किसानों को डिजिटल ट्रेडिंग के माध्यम से अधिक अवसर प्रदान करना और कृषि उत्पादों की पहुंच को विस्तार देना है। उन्होंने बताया कि मंत्रालय ने किसानों, व्यापारियों और अन्य हितधारकों की मांग को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है।
कृषि मंत्रालय के अंतर्गत विपणन एवं निरीक्षण निदेशालय (डीएमआई) ने इन सात उत्पादों के लिए व्यापार योग्य मापदंड तैयार किए हैं। ये मापदंड राज्य एजेंसियों, व्यापारियों, विषय-विशेषज्ञों और स्मॉल फार्मर्स एग्रीबिजनेस कंसोर्टियम (एसएफएसी) के साथ गहन विचार-विमर्श के बाद बनाए गए हैं। ये मापदंड उपज की गुणवत्ता के आधार पर किसानों को लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करेंगे, साथ ही पारदर्शिता और निष्पक्ष व्यापार को बढ़ावा देंगे।
नए मापदंड ई-नाम पोर्टल (enam.gov.in) पर उपलब्ध होंगे, जिससे डिजिटल व्यापार को और सशक्त किया जाएगा। इस पहल से किसानों को बेहतर बाजार पहुंच, उचित मूल्य और गुणवत्ता का आश्वासन मिलेगा, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी। इसके अतिरिक्त, चार मौजूदा उत्पादों—सिंघाड़े का आटा, सिंघाड़ा, बेबी कॉर्न और ड्रैगन फ्रूट—के व्यापार योग्य मापदंडों में भी संशोधन किया गया है, ताकि हितधारकों की जरूरतों को बेहतर ढंग से पूरा किया जा सके।
यह कदम कृषि क्षेत्र में डिजिटल क्रांति को गति देने और किसानों के आर्थिक सशक्तीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।