देश में खाद्यान्न के अन्न भंडार भरने वाले किसान अब आरपार की लड़ाई लड़ना चाहते हैं। इसी कड़ी में उन्होंने फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) गारंटी कानून बनवाने के लिए बृहस्पतिवार को दिल्ली के सीमावर्ती गांव पंजाब खोड़ से हुंकार भरी। यहां एमएसपी गारंटी किसान मोर्चा के बैनर तले तीन दिवसीय अधिवेशन शुरू हुआ।
आठ तक चलने वाले एमएसपी गारंटी कानून अधिवेशन में राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के साथ ही स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के अलावा देशभर के 200 किसान संगठनों के करीब 3000 किसान मंथन करेंगे। इस अवसर पर राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के संयोजक वीएम सिंह ने एलान किया कि सभी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी कानून बनवा कर ही दम लेंगे, क्योंकि पिछले 70 सालों से देश का किसान सियासी दलों का मोहरा बनता रहा है और राजनीतिक दलों ने चुनाव के समय ही केवल अपने घोषणापत्रों में किसानों की चिंता की, लेकिन अब किसान अपनी लड़ाई खुद लड़ेगा और वह कानूनी हक के साथ मैदान उतरने के लिए तैयार हो चुका है।
इसी कड़ी में देशभर के 200 किसान संगठन खेत की बात खेत से करने के लिए दिल्ली के पंजाब खोड़ गांव में जुटे है। इस मौके पर पूर्व सांसद राजू शेट्टी के अलावा जलपुरुष राजेंद्र सिंह, पीवी राजगोपाल, रामपाल जाट, बलराज भाटी, राजाराम त्रिपाठी, के चंद्रशेखर, जसकरन सिंह, अय्यकन्नू आदि किसानों ने भी एमएसपी गारंटी कानून बनाने पर जोर दिया।