शेयर मार्केट के नाम पर करोड़ों की ठगी, नेपाल कनेक्शन का खुलासा
वाराणसी, 21 अगस्त 2025: वाराणसी पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले दो फर्जी कॉल सेंटरों का पर्दाफाश किया है। सिगरा और लक्सा इलाकों में छापेमारी कर पुलिस ने 29 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया, जिनमें अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से जुड़े होने का सनसनीखेज खुलासा हुआ है।
57 मोबाइल, चेकबुक और सिम कार्ड बरामद
पुलिस की साइबर सेल, सिगरा और लक्सा थानों की संयुक्त टीमों ने गुरुवार को कार्रवाई के दौरान 57 मोबाइल फोन, विभिन्न बैंकों की चेकबुक, आधार कार्ड और कई सिम कार्ड जब्त किए। इनमें एक नेपाल का मोबाइल नंबर भी शामिल है, जो अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन की ओर इशारा करता है। डीसीपी क्राइम सरवणन टी ने बताया कि ठग सोशल मीडिया पर आकर्षक विज्ञापनों और टेली कॉलिंग के जरिए लोगों को फर्जी निवेश योजनाओं में फंसाते थे।
ऐसे रचते थे ठगी का जाल
आरोपी शेयर मार्केट में मोटे मुनाफे का लालच देकर लोगों को फर्जी ऐप डाउनलोड कराते थे। शुरुआत में छोटा-मोटा मुनाफा दिखाकर भरोसा जीतते, फिर बैंक खातों से मोटी रकम अपने खातों में ट्रांसफर कर लेते। डीसीपी के मुताबिक, अब तक 27 मामलों में इन कॉल सेंटरों की भूमिका सामने आई है। बरामद सामान में 20 लाख रुपये कीमत के मोबाइल फोन भी शामिल हैं।
29 ठग जेल भेजे गए
गिरफ्तार आरोपियों में भेलूपुर के कृतिन यादव, मिर्जापुर के धीरज बेन और अमरोहा के शिवम यादव समेत 29 लोग शामिल हैं। सभी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। कॉल सेंटरों को सील कर उनके मोबाइल और लैपटॉप का डेटा फॉरेंसिक जांच के लिए लैब भेजा गया है।
पुलिस की सख्ती, जनता को चेतावनी
डीसीपी सरवणन टी ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से निवेश के नाम पर ठगी की शिकायतें बढ़ रही थीं। पुलिस अब ऐसे गिरोहों पर नकेल कसने के लिए और सतर्कता बरत रही है। उन्होंने जनता से अपील की है कि अनजान निवेश योजनाओं और फर्जी ऐप्स से सावधान रहें।
इस कार्रवाई से साइबर ठगी के खिलाफ पुलिस की मुहिम को मजबूती मिली है, और जांच में और बड़े खुलासों की उम्मीद जताई जा रही है।