वाशिंगटन, 13 सितंबर 2025: अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारत को अमेरिका का एक प्रमुख सहयोगी बताते हुए दोनों देशों के बीच संबंधों में ‘असाधारण बदलाव’ की बात कही। उन्होंने जोर देकर कहा कि 21वीं सदी की कहानी हिंद-प्रशांत क्षेत्र में लिखी जाएगी, जिसमें भारत केंद्रीय भूमिका निभाएगा।
रुबियो ने बताया कि इस क्षेत्र की बढ़ती रणनीतिक अहमियत को देखते हुए अमेरिका ने अपनी सैन्य कमांड का नाम बदलकर ‘इंडो-पैसिफिक कमांड’ कर दिया है, जो भारत के महत्व को रेखांकित करता है। उन्होंने कहा, “भारत इस क्षेत्र के केंद्र में है, और यह बदलाव हमारी साझेदारी की गहराई को दर्शाता है।”
इसके साथ ही, बैठक में भारत में नए अमेरिकी राजदूत की नियुक्ति पर भी चर्चा हुई। पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सर्जियो गोर को भारत का अगला राजदूत और दक्षिण व मध्य एशियाई मामलों का विशेष दूत नियुक्त करने की घोषणा की थी। यह कदम दोनों देशों के बीच बढ़ते राजनयिक और रणनीतिक सहयोग को और मजबूत करने की दिशा में देखा जा रहा है।
रुबियो ने भारत के साथ गठजोड़ को ‘महत्वपूर्ण’ बताते हुए कहा कि यह साझेदारी वैश्विक स्थिरता और समृद्धि के लिए अहम है।