वाराणसी, 27 अक्टूबर 2024, रविवार। सपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में पहला मौका है जब प्रथमा से लेकर आचार्य तक के विद्यार्थियों को एक साथ छात्रवृत्ति दी गई। विश्वविद्यालय के दीक्षांत मंडप में संस्कृत छात्रवृत्ति योजना का शुभारंभ रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी के बटन दबाते ही प्रदेश के 69,512 विद्यार्थियों के खाते में रकम पहुंच गई। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय सहित संबद्ध महाविद्यालय व संस्कृत विद्यालय के छात्रों को एक साथ छात्रवृत्ति मिलते ही सभी के चेहरे खिल उठे। मुख्यमंत्री सुबह 10.45 बजे हवाई मार्ग से पुलिस लाइन हेलीपैड पर पहुंचे, जहां से सड़क मार्ग से सम्पूर्णानंद विवि कैम्पस आए। यहां 11 बजे भव्य समारोह में छात्रवृत्ति योजना का उद्घाटन किया। बता दें, सरकार ने 50 फीसदी से अधिक अंक पाने वाले सभी छात्रों को छात्रवृत्ति देने का निर्णय किया है। इसके बाद मुख्यमंत्री काशी के कोतवाल कहे जाने वाले कालभैरव और काशी विश्वनाथ मंदिर में सिर नवाया, जिसके बाद बाबतपुर एयरपोर्ट के लिए रवाना हुए। दोपहर दो बजे विशेष विमान से लखनऊ लौट गए।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि अभी तक छात्रवृत्ति के लिए एक लाख 21 हजार 977 छात्र पंजीकृत हुए हैं और 69,512 ने आवेदन किया है। पहली बार प्रथमा स्तर (कक्षा-6 से 8 तक) से छात्रवृत्ति का प्रावधान किया गया है। छात्रों के अभिभावकों की आय सीमा के प्रतिबंध को हटा दिया गया है। प्रथमा से आचार्य तक अध्ययनरत समस्त छात्र-छात्राओं को संशोधित छात्रवृत्ति योजना का लाभ मिलेगा। वित्तीय वर्ष 2024-25 में संशोधित संस्कृत छात्रवृत्ति योजना को पूर्व की भांति ऑफलाइन संचालित किया जाएगा। वित्तीय वर्ष 2025-26 से ऑनलाइन व्यवस्था लागू की जाएगी। भुगतान वर्ष में दो बार किया जाएगा। प्रथम किस्त का भुगतान दशहरा के पूर्व और द्वितीय किस्त होली के पहले मिलेगी। वर्तमान वित्तीय वर्ष में छात्रवृत्ति के लिए 10 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई। प्रथम किस्त की धनराशि 5.86 करोड़ जिलों को भेज दी गई है।