नई दिल्ली, 22 मार्च 2025, शनिवार। पंजाब के जीरकपुर में शनिवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब पुलिस और एक कुख्यात बदमाश के बीच हुई मुठभेड़ में गोलियां चल गईं। इस एनकाउंटर में लवीश ग्रोवर नाम का अपराधी गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस के अनुसार, लवीश पर पहले से ही 8 से 10 आपराधिक मामले दर्ज हैं, और वह इलाके में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की साजिश रच रहा था।
कैसे शुरू हुआ घटनाक्रम?
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि लवीश ग्रोवर जीरकपुर की एक सोसाइटी में छिपा हुआ है। सूचना के आधार पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और मौके पर दबिश दी। पुलिस टीम ने सोसाइटी को घेर लिया और आरोपी को आत्मसमर्पण करने का आदेश दिया। लेकिन लवीश ने सरेंडर करने के बजाय पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। अपनी जान बचाने और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। इस गोलीबारी में लवीश की टांग में गोली लगी और वह घायल हो गया।
घायल बदमाश अस्पताल में भर्ती
घायल अवस्था में लवीश को तुरंत डेरा बस्सी के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है और उसकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। इस घटना के बाद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था और सख्त कर दी गई है।
पुलिस ने बरामद किए हथियार
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने लवीश ग्रोवर के पास से एक ग्लॉक पिस्टल सहित तीन हथियार बरामद किए हैं। इन हथियारों की मौजूदगी से साफ है कि वह किसी बड़े अपराध को अंजाम देने की तैयारी में था। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि लवीश के निशाने पर क्या था और उसके साथ कोई अन्य सहयोगी भी शामिल था या नहीं।
कौन है लवीश ग्रोवर?
लवीश ग्रोवर कोई नया नाम नहीं है। उसका आपराधिक रिकॉर्ड लंबा और खतरनाक है। हत्या, लूट और डकैती जैसे संगीन मामलों में उसका नाम पहले भी सामने आ चुका है। पुलिस के लिए वह एक वांछित अपराधी था, जिसकी तलाश लंबे समय से चल रही थी। इस मुठभेड़ ने न सिर्फ उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया, बल्कि इलाके में सक्रिय अन्य अपराधियों के लिए भी एक सख्त संदेश दिया है।
पुलिस की सतर्कता ने टाला बड़ा खतरा
यह एनकाउंटर पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई का नतीजा है। अगर समय रहते यह ऑपरेशन न किया जाता, तो शायद जीरकपुर में कोई बड़ी अनहोनी हो सकती थी। स्थानीय लोगों ने भी पुलिस की इस बहादुरी की सराहना की है।
अब पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। लवीश से पूछताछ के बाद उसके आपराधिक नेटवर्क और साजिश के बारे में और खुलासे होने की उम्मीद है। यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि अपराध की दुनिया में कितना भी छिपने की कोशिश कर लो, कानून के हाथों से बचना मुश्किल है।