वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को इंडोनेशिया के बाली में हो रही जी 20 बैठक में वर्चुअल पैनल चर्चा में भाग लेते हुए बुनियादी ढांचे के वित्तपोषण की कमी को पाटने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में समावेशी विकास के लिए नए वित्तपोषण तंत्र विकसित करने की आवश्यकता है।
जी 20 में वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक गवर्नर्स की बैठक के दौरान यह सत्र ‘टिकाऊ वित्तपोषण और बुनियादी ढांचे’ पर केंद्रित था। इसमें भाग लेते हुए सीतारमण ने सुलभता और सामर्थ्य में सुधार पर ध्यान देने के साथ, स्थायी वित्त साधनों को बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयासों का समर्थन किया। वित्त मंत्रालय की ओर से एक ट्वीट के माध्यम से चर्चा की जानकारी साझा की गई।
वित्त मंत्रालय की ओर से इस संबंध में साझा किए गए एक ट्वीट में कहा गया कि बुनियादी ढांचे पर अपने दृष्टिकोण को साझा करते हुए वित्त मंत्री ने वैश्विक बुनियादी ढांचे के वित्तपोषण की खाई को पाटने, नवीन वित्तपोषण तंत्र के विकास और समावेशी बुनियादी ढांचे में सार्वजनिक और निजी निवेश को जुटाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
इससे पहले गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बहुपक्षीय वित्तीय संस्थानों से विशेष रूप से निम्न और मध्यम आय वाले देशों को भविष्य में महामारी की स्थिति से निपटने के लिए तैयार करने हेतु फंड बढ़ाने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा था कि कहा कि निम्न आय और मध्यम आय वाले देशों के पास पर्याप्त संसाधन नहीं हैं और चुनौतियों का सामना करने के लिए वैश्विक समर्थन की आवश्यकता है।