वाराणसी, 27 जून 2025: शहर के सिगरा स्थित शहीद पार्क, नगर निगम कार्यालय के सामने आयोजित तीन दिवसीय चित्र प्रदर्शनी “भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय – आपातकाल” ने आज सबका ध्यान खींचा। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस प्रदर्शनी का अवलोकन किया, जो आपातकाल की 50वीं बरसी पर सूचना विभाग द्वारा आयोजित की गई है। 57 चित्रों के माध्यम से उस दौर की क्रूर सच्चाई को जीवंत किया गया, जब 1975 में आपातकाल ने संविधान, न्यायपालिका, मीडिया और नागरिक स्वतंत्रता को कुचल दिया था।
संविधान पर प्रहार की दास्तां
प्रदर्शनी में 57 चित्र किट्स के जरिए आपातकाल के काले पन्नों को उजागर किया गया। 42वें संविधान संशोधन, प्रेस सेंसरशिप, चुनावी धांधलियों, छात्रों की गिरफ्तारियों, शिक्षा पर नियंत्रण और नागरिक अधिकारों पर हमलों की कहानी को बखूबी दर्शाया गया। एक चित्र में उड़ीसा के 9वीं-10वीं के स्कूली बच्चों को विरोध के लिए 5 महीने जेल में रखे जाने की मार्मिक कहानी ने सभी को झकझोर दिया।
शिवराज की भावुक स्मृतियां
चित्रों को देखते हुए शिवराज सिंह चौहान भावुक हो उठे। उन्होंने कहा, “आपातकाल में हम भी प्रताड़ित हुए। वह दौर भारतीय लोकतंत्र का सबसे अंधेरा अध्याय था, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।” उन्होंने उस समय को याद किया जब सच लिखना गुनाह और सवाल पूछना बगावत माना जाता था। किशोर कुमार के गानों पर प्रतिबंध और प्रेस की आजादी पर ताले की कहानियां प्रदर्शनी में जीवंत हो उठीं।
प्रदर्शनी बनी इतिहास की साक्षी
यह प्रदर्शनी उस दौर की सच्चाई को सामने लाती है, जब लोकतंत्र को बेड़ियों में जकड़ा गया था। महापौर, एमएलसी, बीजेपी पदाधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी ने इस आयोजन को और खास बना दिया। यह प्रदर्शनी न केवल अतीत की याद दिलाती है, बल्कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए जागरूकता का भी संदेश देती है।