नई दिल्ली, 1 अप्रैल 2025, मंगलवार। नई दिल्ली के पंजाबी बाग स्टेडियम में इन दिनों आध्यात्मिकता और भक्ति का अनुपम संगम देखने को मिल रहा है। एकल भारत लोक शिक्षा परिषद् के ‘रजत जयंती वर्ष’ के उपलक्ष्य में आयोजित “एकल श्री राम कथा” और सहस्त्र चण्डी महायज्ञ ने हजारों श्रद्धालुओं को एक सूत्र में पिरो दिया है। शिक्षित, स्वस्थ और स्वावलंबी राष्ट्र निर्माण के 25 गौरवशाली वर्षों का जश्न मनाते हुए एकल अभियान ने इस भव्य आयोजन के माध्यम से अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत किया है।
इस आयोजन की शोभा विश्व प्रसिद्ध कथा व्यास भाईश्री रमेश भाई ओझा के सानिध्य में और भी बढ़ गई है। उनकी मधुर वाणी में श्री राम कथा सुनने के लिए पहले दिन से ही भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है। उद्घाटन के दिन सायंकालीन आरती में उत्तर प्रदेश के मंत्री नंद गोपाल नंदी की उपस्थिति ने इस अवसर को और गरिमामय बनाया। वहीं, तीसरे दिन विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार के पदार्पण ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए।
भक्ति और संस्कृति का अनूठा संगम
पंजाबी बाग स्टेडियम में हर ओर भक्ति का रंग छाया हुआ है। सहस्त्र चण्डी महायाग के साथ-साथ श्री राम कथा का यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और मूल्यों को भी जीवंत कर रहा है। हजारों की संख्या में पहुंचे श्रोता भाईश्री रमेश भाई ओझा के मुख से निकलने वाली हर कथा को आत्मसात कर रहे हैं। उनकी वाणी में रामायण के पात्र जीवंत हो उठते हैं और श्रोता भाव-विभोर होकर भक्ति के सागर में डूब जाते हैं।
एकल अभियान का स्वर्णिम सफर
एकल भारत लोक शिक्षा परिषद् पिछले 25 वर्षों से शिक्षा, स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य कर रही है। रजत जयंती वर्ष के इस अवसर पर आयोजित यह कार्यक्रम न केवल एक उत्सव है, बल्कि समाज के प्रति उनके समर्पण का प्रतीक भी है। विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने इस अवसर पर एकल अभियान की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रयास राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक मील का पत्थर है।
आने वाले दिनों का इंतजार
यह भव्य आयोजन अभी कई दिनों तक जारी रहेगा और हर दिन नए अतिथियों और श्रोताओं की मौजूदगी इसे और भी खास बनाएगी। भाईश्री रमेश भाई ओझा की कथा में श्री राम के जीवन के अनछुए पहलुओं को सुनने का अवसर हर किसी के लिए दुर्लभ है। यदि आप भी भक्ति और ज्ञान के इस महासंगम का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो पंजाबी बाग स्टेडियम की ओर रुख करें। यहाँ हर पल श्री राम की कथा के साथ-साथ एक नए भारत के निर्माण का संकल्प गूंज रहा है। यह आयोजन न केवल एक धार्मिक उत्सव है, बल्कि यह हमें अपनी जड़ों से जोड़ने और एक बेहतर समाज के निर्माण की प्रेरणा देने वाला अवसर भी है। एकल श्री राम कथा का यह रजत जयंती महोत्सव यकीनन लंबे समय तक लोगों के दिलों में बसा रहेगा।