नई दिल्ली, 14 जुलाई 2025: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपराध से अर्जित आय (पीओसी) को सही दावेदारों को वापस करने और धन शोधन के खिलाफ अपनी लड़ाई को तेज करते हुए कई महत्वपूर्ण कार्रवाइयां की हैं।
एरा इंफ्रा इंजीनियरिंग मामले में 55.85 करोड़ की संपत्ति वापसी
ईडी ने एरा इंफ्रा इंजीनियरिंग लिमिटेड के पूर्व प्रमोटरों द्वारा की गई बैंक धोखाधड़ी के एक मामले में 55,85,96,157 रुपये मूल्य की संपत्तियों को सफल समाधान आवेदक को वापस कर दिया है। यह कदम ईडी के उस अभियान का हिस्सा है, जिसमें गलत तरीके से हासिल की गई धनराशि को उसके असली हकदारों तक पहुंचाने का लक्ष्य है। ईडी ने धन शोधन रोकने और अपराध से अर्जित आय को वापस लौटाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।
‘डन्की रूट’ मामले में तलाशी, जाली दस्तावेज बरामद
ईडी के जालंधर कार्यालय ने 11 जुलाई 2025 को पंजाब और हरियाणा के मानसा, कुरुक्षेत्र और करनाल जिलों में सात स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया। यह कार्रवाई फरवरी 2025 में अमेरिका से निर्वासित भारतीयों से जुड़े ‘डन्की रूट’ मामले में धन शोधन की जांच के तहत की गई। 9 जुलाई 2025 को की गई तलाशी के निष्कर्षों के आधार पर यह अभियान चलाया गया, जिसमें जाली उत्प्रवास टिकट, वीजा टेम्पलेट, आपत्तिजनक दस्तावेज, रिकॉर्ड और डिजिटल उपकरण बरामद किए गए।
प्रोबो मीडिया के खिलाफ कार्रवाई, 284.5 करोड़ की संपत्ति फ्रीज
ईडी के गुरुग्राम आंचलिक कार्यालय ने मेसर्स प्रोबो मीडिया टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड और इसके प्रमोटरों सचिन सुभाषचंद्र गुप्ता और आशीष गर्ग के खिलाफ 8 और 9 जुलाई 2025 को गुरुग्राम और जींद (हरियाणा) में चार परिसरों पर तलाशी अभियान चलाया। कंपनी द्वारा संचालित “प्रोबो” ऐप और वेबसाइट के जरिए अवैध जुआ और सट्टेबाजी गतिविधियों की जांच के तहत यह कार्रवाई की गई। तलाशी में आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डेटा जब्त किए गए। साथ ही, 284.5 करोड़ रुपये के फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) और शेयरों में निवेश के साथ-साथ तीन बैंक लॉकर फ्रीज किए गए।
फर्जी डिग्री घोटाले में 1.74 करोड़ की संपत्ति कुर्क
ईडी के शिमला कार्यालय ने मानव भारती विश्वविद्यालय (एमबीयू), सोलन से जुड़े फर्जी डिग्री घोटाले में बिहार, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में कमीशन एजेंटों अभिषेक गुप्ता, हिमांशु शर्मा और अजय कुमार की 1.74 करोड़ रुपये मूल्य की सात अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया है। इस मामले में अब तक कुल 202 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की जा चुकी हैं।
ईडी की इन कार्रवाइयों से अपराध से अर्जित धन को वापस लौटाने और धन शोधन के खिलाफ सख्ती से निपटने की उसकी प्रतिबद्धता स्पष्ट होती है।