तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक और भाजपा का गठबंधन होने के बाद भी सब कुछ ठीक नहीं है। अन्नाद्रमुक के महासचिव एडप्पादी के. पलानीस्वामी (ईपीएस) ने यह कहकर भाजपा को झटका दिया है कि तमिल पार्टी गठबंधन सरकार को स्वीकार नहीं करेगी और भाजपा के साथ गठबंधन केवल चुनाव के लिए है। उन्होंने कहा कि अगर गठबंधन चुनाव जीतता है तो राज्य में कोई गठबंधन सरकार नहीं बनेगी।
पलानीस्वामी बोले हम गठबंधन सरकार को स्वीकार नहीं करेंगे
तमिलनाडु विधानसभा के बाहर संवाददाताओं से बात करते हुए अन्नाद्रमुक नेता पालनीस्वामी ने बुधवार को कहा कि हमने एक चुनावी गठबंधन किया है। इसका गठबंधन सरकार से कोई लेना-देना नहीं है। ईपीएस ने सत्तारूढ़ द्रमुक सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में हिस्सा लेने के बजाय सदन से वॉकआउट किया है।
उन्होंने पिछले दिनों अमित शाह के बयान के गलत अर्थ निकालने का मीडिया पर दोषारोपण करते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्रीय स्तर पर राजग का नेतृत्व कर रहे हैं जबकि मैं तमिलनाडु में गठबंधन का नेतृत्व करूंगा। यह सरल पर अस्पष्ट है।
11 अप्रैल को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तमिलनाडु में थे
शुक्रवार 11 अप्रैल को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तमिलनाडु में थे। तभी उन्होंने शाम को ईपीएस और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई के साथ प्रेस कांफ्रेंस में अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (अन्नाद्रमुक)-भाजपा गठबंधन की घोषणा की थी।
गठबंधन से अन्नाद्रमुक के अधिकतर नेता खुश नहीं
बताया जा रहा है कि इस गठबंधन से अन्नाद्रमुक के अधिकतर नेता खुश नहीं हैं, जिसकी वजह खराब ट्रैक रिकॉर्ड है। वक्फ विधेयक को लेकर भी तमिलनाडु में काफी गुस्सा दिख रहा है। ऐसे में पार्टी अल्पसंख्यक वोटों का नुकसान नहीं चाहती है।