नई दिल्ली, 10 जून 2025, मंगलवार: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बार फिर रॉबर्ट वाड्रा को अपने रडार पर लिया है। वाड्रा को भगोड़े हथियार डीलर संजय भंडारी से जुड़े हाई-प्रोफाइल मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए समन भेजा गया है। यह मामला न केवल वित्तीय अनियमितताओं बल्कि अंतरराष्ट्रीय सौदों और रिश्वतखोरी के गंभीर आरोपों से भरा है, जो इसे और भी सनसनीखेज बनाता है।
संजय भंडारी: भगोड़ा डीलर और विवादों का चेहरा
2016 में भारत से फरार होने वाला संजय भंडारी इस समय यूनाइटेड किंगडम में है। उस पर विदेशों में संपत्ति छिपाने, रिश्वतखोरी, और कई भारतीय कानूनों जैसे मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA), ब्लैक मनी एक्ट, और ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट के उल्लंघन का आरोप है। भारत सरकार ने उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू की है, लेकिन भंडारी इसका कड़ा विरोध कर रहा है। सूत्रों का दावा है कि वाड्रा और भंडारी के बीच करीबी रिश्ते रहे हैं, और यही वजह है कि ईडी अब वाड्रा से गहन पूछताछ की तैयारी में है।
310 करोड़ की रिश्वत और दुबई-लंदन कनेक्शन
ईडी की जांच में सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। भंडारी की दुबई स्थित कंपनी, ऑफसेट इंडिया सॉल्यूशंस एफजेडसी, के खातों में कथित तौर पर 310 करोड़ रुपये की रिश्वत जमा की गई थी। यह राशि पिलाटस सौदे से जुड़ी बताई जा रही है, जिसका इस्तेमाल दुबई और लंदन में आलीशान संपत्तियां खरीदने में किया गया। ईडी ने इस ‘अपराध की आय’ में से 150 करोड़ रुपये का पता लगाया है और भारत में भंडारी की 26 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियों को जब्त कर लिया है। इतना ही नहीं, एजेंसी ने इस मामले में एक चार्जशीट भी दाखिल की है।
वाड्रा का लंदन कनेक्शन फिर सुर्खियों में
रॉबर्ट वाड्रा का नाम इससे पहले भी लंदन में एक संपत्ति खरीद से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उछल चुका है। उस समय पूछताछ में उन्होंने सभी आरोपों से इनकार किया था। लेकिन अब भंडारी के साथ कथित संबंधों ने एक बार फिर उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।
क्या होगा अगला कदम?
ईडी की इस ताजा कार्रवाई ने सियासी और कारोबारी गलियारों में हलचल मचा दी है। क्या वाड्रा इस बार भी आरोपों से बच निकलेंगे, या ईडी के शिकंजे से कोई नया खुलासा सामने आएगा? यह मामला और गहराने की ओर बढ़ रहा है, और हर नजर इस जांच के अगले मोड़ पर टिकी है।