वाराणसी, 6 अप्रैल 2025, रविवार। वाराणसी के बड़ागांव थाना क्षेत्र में आज तड़के उस वक्त हड़कंप मच गया, जब पूरबपुर पोखरे के पास पुलिस और SOG की टीम ने दो खूंखार बदमाशों को मुठभेड़ में धर दबोचा। यह रोमांचक घटना तब शुरू हुई, जब पुलिस को सूचना मिली कि कुछ अपराधी अहरक गांव में बड़ी वारदात को अंजाम देने की साजिश रच रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने तुरंत कमर कसी और इलाके में घेराबंदी कर दी। लेकिन बदमाशों ने हार मानने के बजाय गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस और SOG ने भी फायरिंग की। इस मुठभेड़ में दो बदमाश घायल हो गए, जिनकी पहचान गोलू यादव और विकास यादव के रूप में हुई है।
मुठभेड़ का रोमांचक विवरण
डीसीपी गोमती प्रमोद कुमार ने घटना की पूरी कहानी बयां की। उन्होंने बताया कि पुलिस को खबर मिली थी कि बदमाश अहरक में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। इसके बाद पूरबपुर पोखरे के पास बैरकेडिंग लगाकर चेकिंग शुरू की गई। तभी सातो महुआ की ओर से एक बाइक पर सवार दो संदिग्ध दिखाई दिए। पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया, लेकिन वे बाइक मोड़कर भागने लगे। जब पुलिस ने पीछा किया और रुकने को कहा, तो पीछे बैठे बदमाश ने टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।
आत्मरक्षा में पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें दोनों बदमाशों के पैरों में गोली लगी और वे मौके पर ही ढेर हो गए। घायल बदमाशों को तुरंत अस्पताल भेजा गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। इनके पास से एक तमंचा भी बरामद हुआ है।
कौन हैं ये बदमाश?
पुलिस के मुताबिक, घायल बदमाशों की पहचान विकास यादव (घोघवा रामपुर, थाना खानपुर, गाजीपुर) और गोलू उर्फ आशीष यादव (लठवा, थाना चौबेपुर) के रूप में हुई है। ये दोनों कुख्यात अपराधी हैं और हाल ही में हुई एक सनसनीखेज लूट से इनका कनेक्शन सामने आया है।

9 मार्च की लूट का खुलासा
डीसीपी प्रमोद कुमार ने बताया कि ये दोनों बदमाश 9 मार्च को बड़ागांव थाना क्षेत्र के अहरक पश्चिमपुर में हुई एक बड़ी लूट में शामिल थे। उस दिन बाइक सवार तीन अज्ञात बदमाशों ने सर्राफा व्यवसायी विकास (24) की दुकान पर धावा बोला था। बदमाशों ने विकास और उनके पिता सियाराम (43) को गोली मारकर घायल कर दिया और 22 हजार रुपये नकद के साथ चांदी के आभूषण लूटकर फरार हो गए थे। इस घटना के बाद से ही SOG और बड़ागांव पुलिस इन अपराधियों की तलाश में जुटी थी।
पुलिस की सतर्कता से टली बड़ी वारदात
आज की मुठभेड़ ने न सिर्फ इन बदमाशों को पकड़ा, बल्कि एक और संभावित वारदात को टाल दिया। मौके पर डीसीपी गोमती प्रमोद कुमार, एडीसीपी गोमती सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे और स्थिति पर नजर रखी। पुलिस अब इनके तीसरे साथी की तलाश में जुट गई है, ताकि इस अपराधी गिरोह का पूरी तरह सफाया किया जा सके।
यह मुठभेड़ वाराणसी पुलिस की सतर्कता और साहस का एक और उदाहरण है, जिसने न सिर्फ अपराधियों को सबक सिखाया, बल्कि इलाके में शांति और सुरक्षा की उम्मीद भी जगाई।