नई दिल्ली, 5 जून 2025, गुरुवार: भारतीय रेलवे तत्काल टिकट बुकिंग प्रक्रिया को और सुरक्षित व पारदर्शी बनाने के लिए जल्द ही E-Aadhaar ऑथेंटिकेशन को अनिवार्य करने जा रहा है। इस कदम का उद्देश्य टिकट बुकिंग में धोखाधड़ी और ऑटोमेटेड टूल्स के दुरुपयोग को रोकना है, ताकि वास्तविक यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिल सके।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को इस नई व्यवस्था की घोषणा करते हुए कहा, “हमारा लक्ष्य है कि तत्काल टिकट बुकिंग प्रणाली को और मजबूत किया जाए। E-Aadhaar ऑथेंटिकेशन के जरिए हम यह सुनिश्चित करेंगे कि टिकट केवल जरूरतमंद और वास्तविक यात्रियों को मिले।”
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिन यात्रियों ने अपने IRCTC खाते को आधार से लिंक किया है, उन्हें तत्काल टिकट बुकिंग शुरू होने के पहले 10 मिनट में प्राथमिकता दी जाएगी। इस दौरान IRCTC के अधिकृत एजेंटों को टिकट बुक करने की अनुमति नहीं होगी। आधार से लिंक खातों को पहले से ही एक महीने में 24 टिकट बुक करने की सुविधा मिलती है, जिससे यात्रियों को अतिरिक्त लाभ होगा।
रेलवे ने हाल के महीनों में टिकट बुकिंग में अनियमितताओं पर सख्ती दिखाई है। पिछले छह महीनों में 2.4 करोड़ से अधिक फर्जी यूजर खातों को निष्क्रिय किया गया है, जबकि करीब 20 लाख खातों की जांच चल रही है। E-Aadhaar ऑथेंटिकेशन लागू होने से टिकट बुकिंग में पारदर्शिता बढ़ेगी और दलालों व ऑटोमेटेड बॉट्स के जरिए होने वाली गड़बड़ियों पर लगाम लगेगी।
रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपने IRCTC खाते को जल्द से जल्द आधार से लिंक कर लें, ताकि नई व्यवस्था लागू होने पर उन्हें किसी असुविधा का सामना न करना पड़े। यह कदम रेलवे की डिजिटल और सुरक्षित सेवाओं की दिशा में एक और महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।